Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Dec, 2017 01:44 PM
एक विवाहिता को दहेज की खातिर मारपीट कर घर से बाहर निकालने के मामले में थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने पीड़िता के पति सहित 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
कपूरथला (भूषण): एक विवाहिता को दहेज की खातिर मारपीट कर घर से बाहर निकालने के मामले में थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने पीड़िता के पति सहित 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
जानकारी के अनुसार सदर बाजार कपूरथला निवासी एक महिला ने एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा को दी अपनी शिकायत में बताया था कि उसकी शादी 18 अक्तूबर 2015 को बठिंडा रोड जैतो जिला फरीदकोट निवासी सुरेश कुमार के साथ हुई थी। इस शादी से पहले भी उसकी शादी हुई थी लेकिन एक सप्ताह के बाद ही तलाक हो गया था। इसको लेकर उसके ससुराल पक्ष को सारी जानकारी दी गई थी। उसकी शादी में उसके पिता ने 3 लाख रुपए की रकम खर्च की थी।
कम दहेज का ताना मारा
शादी के कुछ दिनों बाद ही उसके पति सुरेश कुमार ने अपने पिता सोहन लाल तथा माता तुलसा देवी के साथ मिलकर उसे कम दहेज का ताना मारते हुए जहां एक लाख रुपए की मांग की वहीं उसकी पहली शादी के बारे में भी उसे ताने मारे।
पीड़िता द्वारा लगाए सभी आरोप सही पाए गए
एस.एस.पी. कपूरथला ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए वूमैन सैल को जांच के आदेश दिए। जांच के दौरान वूमैन सैल ने पीड़िता द्वारा लगाए सभी आरोपों को सही पाया। इस आधार पर थाना सिटी कपूरथला की पुलिस ने फैमिली वैल्फेयर को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर तीनों आरोपियों सुरेश कुमार, सोहन लाल तथा तुलसा देवी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पति आत्महत्या कर फंसाने की देता था धमकियां
इस दौरान उससे कई बार मारपीट भी की गई। इस संबंध में हुई पंचायतों में उसके ससुरालियों ने माफी मांग कर आगे से मारपीट न करने का वायदा किया लेकिन इसके बावजूद उसका पति, ससुर तथा सास अपनी हरकतों से बाज नहीं आए।
अपनी बेटी का घर बसाने के लिए उसके पिता ने कई मांगों को पूरा भी किया लेकिन इसके बावजूद उसके ससुराल वाले उसके साथ मारपीट करते रहे तथा उसका पति आत्महत्या की धमकियां देकर उन सभी को जेल भेजने की बातें करता रहा। इसी दौरान 16 मार्च 2017 को उसके पति, ससुर व सास ने उसके साथ मारपीट कर उसे बच्चे सहित घर से निकाल दिया जिस कारण उसे न्याय के लिए एस.एस.पी. के समक्ष गुहार लगानी पड़ी।