Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 08:55 AM
फगवाड़ा में ऑनर किलिंग का शिकार बने एक शादीशुदा प्रेमी जोड़े को आज भी इंसाफ का इंतजार है, जो कई वर्षों से जारी है। आलम यह हो गया है कि पूरी जिला कपूरथला पुलिस पर बिहार का एक बड़ा डान और उसके गुर्गे इतने हावी हैं कि फगवाड़ा में खुलेआम इसके इशारे पर...
फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा में ऑनर किलिंग का शिकार बने एक शादीशुदा प्रेमी जोड़े को आज भी इंसाफ का इंतजार है, जो कई वर्षों से जारी है। आलम यह हो गया है कि पूरी जिला कपूरथला पुलिस पर बिहार का एक बड़ा डान और उसके गुर्गे इतने हावी हैं कि फगवाड़ा में खुलेआम इसके इशारे पर एक साथ हुई युवक -युवती की हत्या के बाद भी आज तक इनके हत्यारों को पूरी जिला पुलिस गिरफ्तार ही नहीं कर सकी है।
जब उक्त दोहरे हत्याकांड में आरोपी हत्यारों की पुलिस गिरफ्तारी को लेकर फगवाड़ा पुलिस थाना सदर के अधिकारियों से पूछा जाता है तो उनके पास इसका कोई जवाब ढूंढते भी नहीं मिलता है। आन रिकार्ड फगवाड़ा पुलिस के दस्तावेज सत्य प्रमाणित कर रहे हैं कि फगवाड़ा के गांव चहेड़ू में कुछ वर्ष पहले हुआ ऑनर कि लिंग का वह दुर्दांत मामला जिसमें प्यार करने वाले 2 दीवानों (कमलेश कुमार यादव और खुशबू) को बिहार में बैठे लड़की पक्ष से संबंधित एक डान ने बेरहमी से अंजाम दे दिया था, में बकायदा बाई नेम हत्याकांड में शामिल आरोपी हत्यारों संबंधी पूर्ण ब्यौरा भी दर्ज है। लेकिन, विडम्बना यह बनी है कि आज तक पहेली बने हुए उक्त हत्याकांड को लेकर पुलिस थाना सदर की टीम एक भी आरोपी हत्यारे को गिरफ्तार ही नहीं कर सकी है। ऑनर किङ्क्षलग के उक्त मामले में ऐसा क्यों हुआ है? इसका जवाब तो पुलिस तंत्र ही बेहतर दे सकता है।
बिहार से खाली हाथ ही वापस लौटती रही है फगवाड़ा पुलिस
हालांकि जब ‘पंजाब केसरी’ ने पुलिस के कुछ आला अफसरों को पूछा तो उन्होंने अपना नाम न छापने की शर्त पर इतना जरूर बताया कि बिहार से संबंधित उक्त हत्यारोपी बेहद प्रभावशाली है। बिहार में उसका आतंक चलता है। बिहार पुलिस ने भी उक्त आरोपियों के खिलाफ वहां पर कई पुलिस केस दर्ज कर रखे हैं लेकिन आरोपियों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
जब बिहार में रहते हुए उक्त डान को वहां की पुलिस नहीं धर सकी है तो फिर मामले में कारवाई की उम्मीद क्या की जा सकती है। संभवत: यही कारण है कि मामले में आज तक फगवाड़ा पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई है। हालांकि 1-2 बार पुलिस टीमें बिहार भी गई हैं, लेकिन वहां से खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा है? सवाल यह है कि आखिर हत्या केस में शामिल यह डॉन कब फगवाड़ा पुलिस के हाथ लगेगा? शायद यह अपने आप में बड़ा सवाल बन चुका है।