Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 04:07 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा है कि अपने बच्चों और....
फतेहगढ़ साहिब(जगदेव): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा है कि अपने बच्चों और नौजवानों को नैतिक और धार्मिक शिक्षा से जोडऩा सिख संस्थाओं, शैक्षिक संस्थानों और परिजनों की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जहां हम अपने बच्चों को व्यवसायोन्मुखी शिक्षा में निपुण बनाना चाहते हैं वहीं उनको जीवन के सरोकारों से जोड़ती गुरमति की शिक्षा मुहैया करवाना भी हमारा फर्ज है। वह गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब में धर्म प्रचार लहर समारोह के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
प्रो. बडूंगर ने कहा कि इस कार्य के लिए शिरोमणि कमेटी जहां अपनी शैक्षिक संस्थाओं में विद्यार्थियों को धार्मिक शिक्षा प्रदान कर रही है वहीं विशाल स्तर पर धर्म प्रचार लहर भी शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि 1984 में हरिमंदिर साहिब और अकाल तख्त पर किए गए फौजी हमले के दौरान सिख कौम की साहित्य विरासत को खत्म करने की नीयत से केंद्र सरकार द्वारा सिख रैफरैंस लाइब्रेरी से उठाया सामान तुरंत वापस करना चाहिए। उन्होंने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि इस मामले प्रति केंद्र की प्रतिक्रिया समय-समय पर बदलती रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र के ताजा जवाब अनुसार कि उनके पास लाइब्रेरी का कोई भी सामान मौजूद नहीं है, हैरानी प्रकट करता है। प्रो. बडूंगर ने कहा कि केंद्र को लाइब्रेरी का सामान वापस करने से डरना नहीं चाहिए।