Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jun, 2017 08:47 AM
मुम्बई के अंतर्राष्ट्रीय सहार एयरपोर्ट पुलिस द्वारा फर्जी दस्तावेजों की मदद से नाबालिग बच्चों को यूरोप ले जाने वाले गैंग की सदस्य फातिमा फरीद अंसारी के खुलासे के बाद नामजद किए गए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के जिला परिषद कपूरथला के सदस्य बिक्रमजीत सिंह...
भुलत्थ/कपूरथला(राजेन्द्र, भूषण, भूपेश): मुम्बई के अंतर्राष्ट्रीय सहार एयरपोर्ट पुलिस द्वारा फर्जी दस्तावेजों की मदद से नाबालिग बच्चों को यूरोप ले जाने वाले गैंग की सदस्य फातिमा फरीद अंसारी के खुलासे के बाद नामजद किए गए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के जिला परिषद कपूरथला के सदस्य बिक्रमजीत सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह निवासी गांव पंडौरी राजपूतां को मंगलवार की फ्लाइट से भुलत्थ पहुंची मुम्बई पुलिस ने भुलत्थ पुलिस की हिरासत से गिरफ्तार कर कपूरथला में ड्यूटी मैजिस्ट्रेट की अदालत में पेश कर 24 जून तक का ट्रांजिट रिमांड हासिल कर लिया है। क्राइम ब्रांच मुम्बई ने बताया कि अब तक हम 59 पंजाबी बच्चों के बारे में पता लगा चुके हैं जो पंजाब में बिक्रमजीत सिंह द्वारा ही मुम्बई से विदेश पहुंचे हैं।
क्या था मामला
20 अप्रैल, 2017 को मुम्बई के अंतर्राष्ट्रीय सहार एयरपोर्ट में तैनात इमीग्रेशन अधिकारियों ने एक नाबालिग बच्चे के साथ यूरोप की फ्लाइट पकडऩे जा रही एक महिला फातिमा फरीद अंसारी को जब रोककर उसके दस्तावेजों की जांच की तो जांच के दौरान खुलासा हुआ कि उक्त महिला के साथ जाने वाला बच्चा उसका बेटा नहीं था।
पंजाब से संबंधित उक्त नाबालिग लड़के के दस्तावेज मुम्बई निवासी उक्त महिला का बेटा बनाकर फर्जी तौर पर तैयार किए गए थे, जिसके दौरान महिला को सहार पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एफ.आई.आर. नं.-17 के तहत धारा 390, 419, 420, 465, 467, 468, 471, 120(बी.), 12 पासपोर्ट एक्ट व 201 आई.पी.सी. के तहत मामला दर्ज कर कुल 30 आरोपियों को नामजद कर उनमें से 13 को गिरफ्तार कर लिया था।
पहले भी आई थी मुम्बई पुलिस, बिक्रमजीत सिंह हो गया था अंडर ग्राऊंड
मुम्बई एयरपोर्ट से गिरफ्तार की गई फातिमा फरीद अंसारी के खुलासे के बाद कबूतरबाजी का अंतर्राष्ट्रीय धंधा चलाने वाले इस गैंग को भुलत्थ क्षेत्र से नाबालिग बच्चे देने वाले जिला परिषद सदस्य बिक्रमजीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। बिक्रमजीत को गिरफ्तार करने के लिए मुम्बई पुलिस की टीम भुलत्थ भी आई थी, लेकिन उसकी अंडर ग्राऊंड होने के चलते गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी।
इसी दौरान एस.एच.ओ. भुलत्थ इंस्पैक्टर अमरनाथ ने एक गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी कर आरोपी बिक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर सारे मामले की सूचना मुम्बई पुलिस को दे दी थी।बिक्रमजीत सिंह से जुड़े लोगों में भारी दहशत
यदि मुम्बई पुलिस के सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार आरोपी बिक्रमजीत सिंह के मामले में पुलिस उसके साथ जुड़े ऐसे और भी व्यक्तियों को गिरफ्तार कर सकती है जो बिक्रमजीत को विदेश जाने के चाहवान परिवारों से संबंधित नाबालिग बच्चे देते थे व मोटी कमाई करते थे। अब बिक्रमजीत की गिरफ्तारी से उसके साथ जुड़े लोगों में भारी दहशत का फैल गई है।
30 का गैंग, 13 गिरफ्तार
इस गैंग में 30 लोगों की शमूलियत है जिनमें से मुम्बई निवासी 12 व्यक्तियों आरिफ सफी फारूखी, राजेश पवार, फातिमा अहमद, सुनील नंदवानी, नरसईया मुंजाली, असलम पंचाल, जोगिन्द्र सिंह, सलीम डेयरिया, सुहेल शेख, संजय परदेसी, मोहम्मद महमूद अली व वाजिद अली खान जेल में हैं। वहीं बिक्रमजीत सिंह 13वां व्यक्ति है जो मुम्बई पुलिस की गिरफ्त में आया है। 17 व्यक्तियों की गिरफ्तारी अभी बाकी है जो मुम्बई पुलिस द्वारा की जानी है, पर इन 17 व्यक्तियों के नाम गुप्त रखे गए हैं।
ऐसे काम करता था गैंग
बिक्रमजीत सिंह लोगों से प्रति बच्चा 8 से 10 लाख रुपए लेकर बच्चों को शैनेगन वीजे से यूरोप में भेजने का झांसा देता था। बच्चे को मुम्बई में असलम पंचाल व आरिफ शफी फारूखी के पास भेज दिया जाता था, जिनको पहले ही यूरोप के वीजे वाले व्यक्ति से सम्पर्क किया होता था व पंजाब से भेजे बच्चे के मुम्बई में स्कूल सहित अनेकों जाली कागजात तैयार कर यूरोप के वीजे वाले व्यक्ति का बच्चा बनाकर पासपोर्ट तैयार किया जाता था, जिस उपरांत पिता के वीजे के आधार पर अमबैसी से बच्चे का वीजा लिया जाता था। इस उपरांत बच्चे का जाली बना पिता जिससे पहले यूरोप का वीजा होता था, इस बच्चे को यूरोप के फ्रांस में छोड़कर वापस भारत आ जाता था।