Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Oct, 2017 09:35 AM
जिला बरनाला को डेंगू की बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है। सिविल अस्पताल बरनाला में क्षमता से लगभग दोगुने मरीज डेंगू की बीमारी से पीड़ित दाखिल हैं,
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): जिला बरनाला को डेंगू की बीमारी ने अपनी चपेट में ले लिया है। सिविल अस्पताल बरनाला में क्षमता से लगभग दोगुने मरीज डेंगू की बीमारी से पीड़ित दाखिल हैं, जिस कारण मरीज वार्डों की बजाए बाहर प्रांगण में ही चारपाइयों पर इलाज करवाने को मजबूर हैं। एक माह में 116 पॉजीटिव मरीज डेंगू के सिविल अस्पताल में आ चुके हैं, जबकि 200 से भी अधिक संदिग्ध मरीज सिविल अस्पताल में या तो अपना इलाज करवा रहे हैं या इलाज करवाकर अपने घरों को जा चुके हैं। वहीं आज 16 डेंगू के मरीजों की पुष्टि की गई है। यह तो आंकड़े सरकारी अस्पताल बरनाला के हैं, बाकी प्राइवेट अस्पतालों व अन्य अस्पतालों के आंकड़े इससे अलग हैं। एक महिला की भी डेंगू की बीमारी से मौत हो चुकी है। डेंगू की बीमारी के फैलने का मुख्य कारण सफाई का न होना है।
3 फुट की ऊंचाई तक ही उड़ सकता है डेंगू का मच्छर
सिविल अस्पताल बरनाला के मैडीसन स्पैशलिस्ट एम.डी. डाक्टर मनप्रीत सिंह सिद्धू ने बताया कि डेंगू की बीमारी का मच्छर जिसके डंक से डेंगू की बीमारी फैलती है, यह मच्छर केवल 3 फुट की ऊंचाई तक ही उड़ सकता है।इस कारण आम लोगों को पैरों में जुराबें व पूरी बाजू वाले कपड़े पहनने चाहिए ताकि डेंगू का मच्छर काट न सके। आम तौर पर लोगों को यह जानकारी है कि मच्छर रात समय काटता है परंतु डेंगू का मच्छर दिन के समय ही काटता है। इस कारण हमें अपने शरीर को ढककर रखना चाहिए।
जिला प्रशासन दे सफाई की ओर ध्यान
तपा नगर कौंसिल के पूर्व प्रधान त्रिलोचन बांसल ने कहा कि सफाई की कमी होने के कारण जिले में डेंगू की बीमारी ने अपने पैर पसार लिए हैं।
जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जिले में साफ-सफाई की ओर विशेष ध्यान दे। वैसे ही
भारत सरकार ने पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान छेड़ा हुआ है परंतु जिले में साफ-सफाई की बहुत कमी है।