Edited By Updated: 20 May, 2017 09:56 AM
कबीर नगर मजीठा रोड स्थित भगत कबीर मंदिर की कमेटी की पदभार की लालसा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। 2 पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया है कि मोटरसाइकिल को आग लगा दी गई और पथराव भी किया गया।
अमृतसर(वड़ैच): कबीर नगर मजीठा रोड स्थित भगत कबीर मंदिर की कमेटी की पदभार की लालसा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। 2 पक्षों में विवाद इतना बढ़ गया है कि मोटरसाइकिल को आग लगा दी गई और पथराव भी किया गया। थाना सदर के पुलिस अधिकारी निर्मल सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। कमेटी की अध्यक्षता को लेकर भाजपा-कांग्रेसी आमने-सामने हैं। इस संबंधी सुरजीत कुमार पुत्र राम लाल निवासी कबीर नगर ने पुलिस कमिश्नर अमृतसर, ह्यूमन राइट्स कमीशन चंडीगढ़, डिप्टी कमिश्नर अमृतसर, मुख्य मंत्री पंजाब को लिखित पत्र द्वारा इंसाफ की मांग की है।
सुरजीत ने बताया कि वह अपने बच्चों के साथ मोटरसाइकिल पर बाजार से दूध लेकर घर जा रहा था कि रास्ते में रोहित, बलकार चंद, जोगिन्द्र पाल, रछपाल, लवली ने रोककर मार-पीट की तो वह जान बचाने के लिए मोटरसाइकिल छोड़ कर भाग गया। मंदिर में होने वाले मेले की तैयारियों के लिए बैठक कर रहे लोगों के पास जाकर घटना की जानकारी दी, जब वापस आकर देखा और विरोधी लोगों ने मोटरसाइकिल को आग लगाकर जमकर पत्थराव किया। वह मंदिर कमेटी का मैंबर है। मोहन लाल और उसके साथी मंदिर कमेटी का मैंबर धक्के से बनाना चाहते हैं।
खुद ही लगाई मोटरसाइकिल को आग : भगत
उधर, मोहन लाल भगत और रोहित ने बताया कि इस मामले में मंदिर कमेटी की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सुरजीत कुमार ने अपने साथी नवीं भगत, जस्सा, यशपाल, नीटू के साथ घर में पत्थरों से हमला किया व औरतों से मार-पीट की। सीटू ने खुद ही अपने मोटरसाइकिल को आग लगाई है। हमने कमरों में घुस कर खुद का बचाव किया। घटना संबंधी पुलिस थाना सदर को सूचित कर दिया गया है। घटना को लेकर पूर्व पार्षद नरेन्द्र सिंह तुंग ने लोगों से आपस में शांति बनाए रखने के लिए कहा।
राजनीति धर्म से रखी जाए दूर
सत्गुरु कबीर पंथी धर्मशाला कमेटी के अधिकारी नवदीप कुमार नवीं भगत, चेयरमैन आनंत राम, बाज सिंह, हरबंस लाल, तरसेम लाल, अश्विनी कुमार ने कहा कि राजनीति को धर्म से दूर रखा जाना चाहिए। कमेटी ने पिछले समय दौरान 5 लाख रुपए की सरकारी ग्रांट और 2 लाख रुपए के संगत के सहयोग के साथ मीटिंग के निर्माण काम करवाए हैं, जबकि मंदिर के कार्यों में अड़चन डालने वाले मोहन लाल भक्त ने पहली कमेटी दौरान मंदिर का कोई विकास नहीं करवाया था। फ