Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 12:42 PM
गत 4 दिनों से फरीदकोट-तलवंडी रोड पर केंद्रीय माडर्न जेल केे सामने लगी पशु मंडी में उस समय शोर मच गया, जब पशु बेचने और खरीदने आए पशु पालक और व्यापारियों में मूल्य से कहीं अधिक पैसों की पर्ची काट कर बनते टैक्स से कहीं ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा था।
फरीदकोट (हाली): गत 4 दिनों से फरीदकोट-तलवंडी रोड पर केंद्रीय माडर्न जेल केे सामने लगी पशु मंडी में उस समय शोर मच गया, जब पशु बेचने और खरीदने आए पशु पालक और व्यापारियों में मूल्य से कहीं अधिक पैसों की पर्ची काट कर बनते टैक्स से कहीं ज्यादा टैक्स वसूला जा रहा था। अधिक टैक्स वसूलने से भड़के पशु पालकों और व्यापारियों की ठेकेदारों के कारिन्दों के साथ झड़प हो गई। मौके पर पुलिस और सिविल प्रशासन की तरफ से दखल देने के उपरांत मेला समय से पहले ही समाप्त करना पड़ा।
जानकारी के अनुसार यहां लगे पशु मेले के दौरान ठेकेदार के कारिन्दोंं की तरफ से व्यापारियों और किसानों से 4 प्रतिशत से कहीं ज्यादा कमीशन काटा जा रहा था, जिस पर किसानों, व्यापारियों और ठेकेदार के कारिन्दों में तकरार हो गया। किसान सुखविन्द्र सिंह ने बताया कि उसने 9 हजार में एक पशु खरीदा था, जिस पर उसे 360 रुपए कमीशन देना था, परंतु ठेकेदार के कारिन्दों की तरफ से उससे जबरन 1 हजार रुपए की वसूली कर ली और खरीदे गए पशुधन की कीमत 9 हजार रुपए की बजाय सरकारी रिकार्ड में 25 हजार रुपए दिखाई। इसी से तनाव फैल गया।
सूचना मिलने पर सिटी फरीदकोट थाना प्रमुख जगदेव सिंह और बी.डी.पी.ओ. सरबजीत सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने ठेकेदारों के कारिन्दों से पशुधन मंडी में पंजाब सरकार की तरफ से कमीशन वसूली संबंधी जारी किए हुक्म, शिनाख्ती कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज दिखाने के लिए कहा। ठेकेदारों की जांच के लिए मौके पर मौजूद राजपाल सिंह प्रशासनिक अधिकारियों को कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं दिखा सका।
व्यापारियों और किसानों ने बताया कि ठेकेदार की तरफ से पशुधन पालकों से बड़ा टैक्स वसूला गया है परंतु पशु मंडी में पशुओं या पशुधन पालकों की सुविधा के लिए छाया, पानी का कोई प्रबंध नहीं किया गया। पशुधन पालकों की तरफ से इस संदर्भ में बी.डी.पी.ओ. सरबजीत सिंह को लिखित रूप में एक शिकायत भी मौके पर दी गई। जिला पुलिस प्रमुख डा. नानक सिंह ने कहा कि मामले की जांच उपरांत दोषियों खिलाफ बनती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।