Edited By Updated: 26 Feb, 2017 12:13 AM
मल्लांवाला में आज डेरा प्रेमी राम आसरे के घर हो रही नामचर्चा की सूचना...
मल्लांवाला/फिरोजपुर(जसपाल, कुमार): मल्लांवाला में आज डेरा प्रेमी राम आसरे के घर हो रही नामचर्चा की सूचना मिलने पर अलग-अलग जत्थेबंदियों के नेता इकट्ठा हो गए।
इस दौरान हालात तनावपूर्ण होने के अंदेशे के कारण बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। प्रात:काल 10 बजे डेरा प्रेमी राम आसरा के घर इकट्ठा हुए व 15-20 डेरा प्रेमियों ने भारी पुलिस सुरक्षा में नामचर्चा शुरू की। मल्लांवाला में हो रही नामचर्चा को रोकने के लिए एकनूर खालसा फौज के नेता बाबा दिलबाग सिंह, बाबा हरदीप सिंह, ज्ञानी मलूक सिंह दूला सिंह वाला, बलजिन्द्र सिंह, गुरभेज सिंह जैमलवाला, रणजीत सिंह, कारज सिंह प्रधान, सरवन सिंह नेता दमदमी टकसाल आदि डेरा प्रेमी गुरुद्वारा तप स्थान बाबा हजारा सिंह जी में इकट्ठा हो गए इस दौरान सिख जत्थेबंदियों के नेताओं ने डेरा सिरसा और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बाबा दिलबाग सिंह और बाबा मलूक सिंह ने कहा कि सरकार के प्रोत्साहन से ही नामचर्चा हो रही है।
उन्होंने कहा कि मल्लांवाला और आसपास के इलाकों में शान्ति बहाल रखने के लिए नामचर्चा नहीं होने देंगे। नामचर्चा में शामिल होने के लिए बाहर से आए डेरा प्रेमी जब राम आसरा के घर शामिल होने लगे तो सिख जत्थेबंदियों के नेताओं ने उन पर ईंटें फैंकीं और उनको नामचर्चा में शामिल नहीं होने दिया। इसी बीच कुछ डेरा प्रेमियों ने भी 4 सिख नेताओं गुरसेवक सिंह लाडी, गुरप्रीत सिंह, अमरजीत सिंह, बलविन्द्र सिंह और 2 पुलिस मुलाजिमों की आंखों में मिर्च डाल दी।
उधर, तनावपूर्ण स्थिति को भांपते हुए डिप्टी कमिश्नर फिरोजपुर बलविन्द्र सिंह धालीवाल, सीनियर पुलिस कप्तान फिरोजपुर गौरव शर्मा पुलिस कर्मचारियों को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। नामचर्चा खत्म होने के बाद भारी सुरक्षा में राम आसरे के घर से डेरा प्रेमियों को बाहर लाया गया। इस बीच सिख नेताओं ने डेरा प्रेमियों का एक वाहन (छोटा हाथी) भी काबू किया, जिसमें से लाठियां, मिर्च और बेस बाल बरामद हुआ।
क्या कहते हैं डिप्टी कमिश्नर
डिप्टी कमिश्नर फिरोजपुर बलविन्द्र सिंह धालीवाल ने सिख जत्थेबंदियों के नेताओं के साथ मीटिंग करके माहौल को शांत किया। सिख जत्थेबंदियों ने नेताओं की तरफ से पिछले दिनों मक्खू थाने में दर्ज किए मुकद्दमे को रद्द करने के लिए कहा जिस पर एस.एस.पी. ने सिख नेताओं को दर्ज हुए मुकद्दमों की दोबारा जांच करने का भरोसा दिया।