Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Oct, 2017 10:05 AM
लुधियाना में आर.एस.एस. के स्वयंसेवक रविन्द्र गोसाईं की हत्या के बाद पंजाब के हर वर्ग के लोगों में विरोध की लहर चल पड़ी है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच पंजाब के प्रधान किशन लाल शर्मा, महामंत्री अशोक सरीन हिक्की ने पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. की...
जालंधर: लुधियाना में आर.एस.एस. के स्वयंसेवक रविन्द्र गोसाईं की हत्या के बाद पंजाब के हर वर्ग के लोगों में विरोध की लहर चल पड़ी है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच पंजाब के प्रधान किशन लाल शर्मा, महामंत्री अशोक सरीन हिक्की ने पंजाब पुलिस के डी.जी.पी. की कारगुजारी पर सवाल खड़ा किया है। मंच के नेताओं ने कहा कि पंजाब में गुंडागर्दी, गैंगवार एवं नशाखोरी जब से सुरेश अरोड़ा पंजाब पुलिस के मुखी बने हैं तब से बहुत बढ़ गई हैं।
इतना ही नहीं, जब आर.एस.एस. पंजाब के सह-संघचालक जगदीश गगनेजा की हत्या हुई थी उस समय भी अरोड़ा पंजाब पुलिस के मुखी थे जिसमें आज तक आरोपी पकड़े नहीं गए हैं। नेताओं ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह से अपील की कि वह पंजाब के डी.जी.पी. को तुरंत सस्पैंड करें क्योंकि गगनेजा हत्याकांड के बाद हत्या से पंजाब पुलिस की पोल खुल गई है।
अरोड़ा की अध्यक्षता में पंजाब की जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। पंजाब में पुलिस सिर्फ आम जनता के स्कूटर, कारों के चालान काटने में व्यस्त है। नेताओं ने कहा कि जल्द इस मामले पर देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन देकर पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच की अपील करेंगे क्योंकि पंजाब पुलिस के मुखी अरोड़ा केवल बयानबाजी से पंजाब को गुंडागर्दी, नशाखोरी से मुक्त होने के दावे करते हैं जबकि असलियत आपराधिक घटनाओं से भरी हुई है।