Edited By Updated: 19 May, 2017 02:40 PM
भले ही अदालत ने राज्य में नाजायज तौर पर ट्रक यूनियन के नाम पर वसूली जाने वाली पर्ची पर सख्त मनाही के आर्डर जारी किए हुए हैं,
जलालाबाद (सेतिया) : भले ही अदालत ने राज्य में नाजायज तौर पर ट्रक यूनियन के नाम पर वसूली जाने वाली पर्ची पर सख्त मनाही के आर्डर जारी किए हुए हैं,इसके बावजूद जलालाबाद में कुछ राजनीतिक लोगों की शह पर ट्रक यूनियन के नाम पर बाहरी शहरों से आने वाले ट्रक चालकों से यूनियन के नाम पर गुंडा पर्ची वसूली जा रही है।
शहर में रात करीब 9 बजे जालंधर से जलालाबाद में राशन सामग्री लेने अाए ट्रक को यूनियन के करिंदो द्वारा रोका गया। जब उन्हें बताया गया कि उक्त ट्रक पंजाब केसरी अखबार की तरफ से जम्मू कश्मीर में शरणार्थियों के लिए राशन सामग्री लेने के लिए आया है तब भी यूनियन के करिंदो ने कोई बात नहीं सुनी। लोकल पत्रकार के बात करने के बाद उन्होंने ट्रक को जानें दिया।
इस विषय में जब हमारे पत्रकार ने उनसे पूछा कि आपको क्या अधिकार है बाहर वाले वाहनों को रोकने का। तो उन्होंने कहा कि ट्रक यूनियन के प्रधान की तरफ से ड्यूटी लगाई गई है कि जलालाबाद में बाहर माल जाने वाले वाहनों की चैकिंग करनी है।
इस संबंधी जब डी.एस.पी. अशोक शर्मा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा चलो अच्छा हुआ कि प्रैस का नाम लिया तो गाड़ी छोड़ दी गई। जब उन्हें आम लोगों बारे तंग करने बारे पूछा गया तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी स्पष्ट कहने से इन्कार कर दिया।
इस संबंधी जब जि़ला डिप्टी कमिशनर ईशा कालिया के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला आप ने मेरे ध्यान में ला दिया है। इस सबंधी एस.एस.पी. को कहा जाएगा कि जलालाबाद में कोई भी इस तरह धक्के से पर्ची न काटे।
ज्ञात हो हाईकोर्ट में राइस मिल्लरज द्वारा याचिका दायर की गई थी और उसके सम्बन्ध में कोर्ट द्वारा जि़ला पुलिस प्रमुख को आदेश जारी किए थे कि नाजायज तौर पर वसूली जा रही पर्ची के खि़लाफ़ कार्रवाई की जाए।
बताने योग्य है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा वादा किया गया था कि किसी व्यापारी वर्ग को परेशान न किया जाए परन्तु जलालाबाद हलके में ट्रक यूनियन के नाम पर व्यापारियों से माल की ढुलाई के लिए नाजायज वसूली की जा रही है जबकि किसी भी ट्रक यूनियन के पास इसका अधिकार नहीं है कि कोई बाहरी आने वाली वाहनों को चैक कर सके और पर्ची कटाने के लिए धक्का कर सके।