Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 12:19 PM
डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सी.बी.आई. की विशेष अदालत द्वारा 25 अगस्त को सजा सुनाए जाने के उपरांत जिला संगरूर में हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस स्टेशन सदर धूरी की पुलिस ने 5 आरोपियों को काबू किया है।
धूरी (संजीव जैन, शर्मा): डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सी.बी.आई. की विशेष अदालत द्वारा 25 अगस्त को सजा सुनाए जाने के उपरांत जिला संगरूर में हिंसा फैलाने के आरोप में पुलिस स्टेशन सदर धूरी की पुलिस ने 5 आरोपियों को काबू किया है।
प्रैस कांफ्रैंस में डी.एस.पी. धूरी नाहर सिंह ने एस.एच.ओ. सदर धूरी परमिंद्र सिंह तथा रणीके चौकी के इंचार्ज हीरा सिंह की मौजूदगी में पत्रकारों को बताया कि डेरा प्रमुख को सजा सुनाए जाने के उपरांत पुलिस पार्टी द्वारा विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी की गई थी तथा गश्त भी की जा रही थी। इसके चलते जब एक पुलिस पार्टी धूरी के गांव किला हकीमां के नामचर्चा घर के नजदीक एक निजी स्कूल बस में मौजूद थी, तो मोटरसाइकिल पर आए 2 नौजवानों ने इस बस को आग लगा दी थी, हालांकि जल्दी ही इस आग को बुझा लिया गया था।
पुलिस द्वारा इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा इस मामले में भगत सिंह उर्फ भगत राम पुत्र मल्ल सिंह निवासी गांव बुगरां, राजिंद्र कुमार कालड़ा पुत्र लक्ष्मण दास निवासी संगरूर, अमनदीप उर्फ अमन पुत्र प्रेम कुमार निवासी घन्नौरी कलां, प्रदीप सिंह पुत्र तरलोचन सिंह निवासी घन्नौरी कलां तथा नरिंद्र पाल उर्फ बंटू पुत्र ओम प्रकाश निवासी कांझला को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के दौरान इन्होंने यह माना है कि दूनीचंद पुत्र सुरिन्द्र पाल सिंह निवासी शेरपुर द्वारा राजिंद्र कुमार कालड़ा को पहले ही हिदायत की गई थी कि यदि 25 अगस्त को सी.बी.आई. की अदालत ने डेरा प्रमुख को आरोपी करार दिया तो सरकारी और निजी प्रापर्टी का नुक्सान करना है।
राजिंद्र कुमार कालड़ा ने इस संबंधी भगत सिंह बुगरां तथा अमनदीप घन्नौरी कलां को तथा इन दोनों ने घन्नौरी कलां के प्रदीप तथा गांव कांझला के नरिंद्र पाल को इस काम हेतु उकसाया था। इनके उकसावे के चलते प्रदीप व नरिंद्र पाल ने गांव किला हकीमां के नामचर्चा घर के बाहर सड़क पर खड़ी स्कूल की मिनी बस को तेल डाल कर आग लगा दी थी तथा मौके से फरार हो गए थे।