Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 10:06 AM
मौड़ तहसील के गांव कोटली खुर्द का नाम बदलकर प्रेम कोटली रखने को लेकर विवाद फिर से गर्मा गया है। वीरवार को गांववासियों ने ए.डी.सी. अदालत
भटिंडा(परमिंद्र): मौड़ तहसील के गांव कोटली खुर्द का नाम बदलकर प्रेम कोटली रखने को लेकर विवाद फिर से गर्मा गया है। वीरवार को गांववासियों ने ए.डी.सी. अदालत में उपस्थित होकर मामले संबंधी अपना पक्ष रखा। लोगों ने कहा कि गांव का नाम डेरा प्रेमियों की वोटें हासिल करने के लिए एक राजनीतिक साजिश के तहत बदला गया है जिसके चलते गांव के अधिकांश लोगों में रोष है। उन्होंने मांग की कि गांव का नाम कोटली खुर्द ही रखा जाए क्योंकि इस नाम से गांव का इतिहास जुड़ा हुआ है। इस दौरान लोगों ने ए.डी.सी. अदालत के बाहर धरना देकर रोष भी जताया।
मामले को लेकर ए.डी.सी. अदालत पहुंचे भोला सिंह नंबरदार, दलवीर सिंह, बलविंद्र सिंह, गुरतेज सिंह, गुरप्रीत सिंह, कुलवंत सिंह, दरबारा सिंह, चेत सिंह, जीत कौर, अजीत पाल सिंह, गुरमीत सिंह आदि ने बताया कि गांव की पंचायत ने जून 2015 को एक प्रस्ताव पारित कर गांव का नाम कोटली खुर्द से प्रेम कोटली रख दिया। इस पर राजस्व विभाग ने 4 अगस्त, 2016 को अधिसूचना जारी कर सरकारी रिकॉर्ड में गांव का नाम बदल कर कोटली खुर्द से प्रेम कोटली कर दिया। उन्होंने कहा कि बी.डी.पी.ओ. कार्यालय में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। उन्होंने आरोप लगाए कि डेरा प्रेमियों के वोट हासिल करने के लिए केवल पंचायत के लैटर पैड के जरिए ही उक्त नोटीफिकेशन जारी करवा लिया गया।
कोटली खुर्द का इतिहास बहुत पुराना है व ग्राम सभा की सहमति के बिना इसका नाम नहीं बदला जा सकता। गांव के 95 फीसदी लोग गांव का नाम बदलने के खिलाफ हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने ए.डी.सी. की अदालत में अपने बयान दर्ज करवा दिए हैं जिसके बाद प्रशासन ही इसका फैसला करेगी। अगर गांव के लोगों की गुहार न सुनी गई तो लोग माननीय अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। इस मामले संबंधी ए.डी.सी. राहुल चाबा ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।