Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Aug, 2017 04:02 AM
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का जादुई तिलिस्म सी.बी.आई. अदालत के फैसले के बाद ध्वस्त...
बटिंडा(विजय): डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का जादुई तिलिस्म सी.बी.आई. अदालत के फैसले के बाद ध्वस्त हो गया। स्वर्ग से भी सुंदर डेरा प्रमुख की गुफा में पुलिस दाखिल होकर उसके रहने वाले ठिकाने सहित पूरी गुफा की तलाशी लेने में जुट गई।
5 दिन पहले जहां डेरा प्रमुख ऐशो-आराम की जिंदगी में रहता था व दुनिया की सारी सुख-सुविधाएं उसके पास मौजूद थीं, वहीं पुलिस ने अपना दबदबा कायम करते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया है। डेरा प्रेमी मदन लाल, जसवंत सिंह, सुनीता रानी, बंती देवी, बलकार सिंह, मक्खन सिंह इंसां, सदीक मोहम्मद, पुष्पा रानी, संजीव तनेजा आदि ने कहा कि अगर उन्हें डेरा प्रमुख की असलियत पहले पता होती तो वे डेरा की ओर मुंह ही न करते।
व्यापार का साधन था डेरा
भले ही डेरे द्वारा दावा किया जाता रहा है कि देश में उनके 5 करोड़ से अधिक समर्थक हैं जो एक इशारे पर डेरे के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं, फिर भले ही वह सामाजिक कार्य हो या डेरे की सुरक्षा के साथ जुड़े हुए मसले हों लेकिन असलियत कुछ और है कि जितने में भी डेरा समर्थक डेरा सिरसा में पहुंचकर नतमस्तक होते हैं, उनसे भारी काम करवाया जाता है। डेरे की 700 एकड़ जमीन की पैदावार के लिए डेरा समर्थक ही अपना पसीना बहाते रहे हैं। डेरे में पैदा हुए फल, सब्जियां, अनाज को खुली बोली द्वारा बेचा जाता था व कहा जाता था कि यह गुरु जी ने अपनी मेहनत से पैदा किया है। आस्था के कारण लोग 2 रुपए किलो वाली मूली को 100 रुपए प्रति मूली लेने को तैयार हो जाते थे।
खासतौर पर डेरे में उगने वाले किन्नू को महंगे मूल्य पर बेचा जाता था व एक-एक किन्नू की बोली सैंकड़ों में चली जाती थी। किन्नू के पौधे अलग मूल्यों पर लाखों रुपए की बोली पर बेचे जाते थे, जबकि एक किन्नू मार्कीट में 20-25 रुपए किलो में आमतौर पर मिल जाते हैं। इसी प्रकार अन्य फल, सब्जियों आदि को भी खुली बोली द्वारा बेचा जाता था जिससे डेरे को करोड़ों रुपए की आमदन हर साल होती थी। धंधा यहां तक चलता था कि अगर कोई डेरा प्रमुख के साथ खाना खाने या चाय पीने की इ'छा जाहिर करता था तो उससे 51 हजार से लेकर 5 लाख रुपए तक वसूल किए जाते थे। यही नहीं डेरा प्रमुख ने खेलों में रुचि पैदा करने के लिए विश्व स्तरीय खेल स्टेडियम, हॉकी, फुटबॉल, बैडमिंटन, वालीबॉल, सनूकर, शूटिंग आदि के ग्राऊंड भी बनाए हुए थे व उनके साथ खेलने के इच्छुक लोगों से मोटी राशि वसूली जाती थी।
डेरे द्वारा 2 बड़े अस्पताल, स्कूल, कालेज भी चलाए जाते थे जहां की फीस बाहरी स्कूल-कालेजों से कई गुना अधिक वसूल की जाती थी। डेरा सिरसा में पांच सितारा होटल, फ्लोटिंग रैस्टोरैंट सहित खान-पान के अन्य कई स्थल हैं जहां से डेरे को करोड़ों की आमदन हो रही थी। फ्लोटिंग रैस्टोरैंट को पानी में बनाया गया है व इस रैस्टोरैंट का स्वाद चखने वालों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ती थी।