Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 10:36 AM
जिला शिक्षा कार्यालय सैकेंडरी की 5 कनाल 14 मरले जमीन, जिसकी कीमत लगभग 5 से 10 करोड़ रुपए है, को भूमाफिया द्वारा हड़पने का खेल खेलने का मामला सामने आया है।
जालंधर: जिला शिक्षा कार्यालय सैकेंडरी की 5 कनाल 14 मरले जमीन, जिसकी कीमत लगभग 5 से 10 करोड़ रुपए है, को भूमाफिया द्वारा हड़पने का खेल खेलने का मामला सामने आया है।सैंट्रल गवर्नमैंट की लीज/अलाट की उक्त भूूमि को भूमाफिया द्वारा कई बार बेचने की कोशिश होती रही है। जानकारी के मुताबिक इस जमीन में सन् 1957 से डी.ई.ओ. कार्यालय चलता आ रहा है। केन्द्र सरकार की उक्त भूमि, जिसको एक एन.आर.आई. ने ले रखा था, की मृत्यु हो चुकी है। भूमाफिया ने गलत इंतकाल के माध्यम से उक्त जमीन की रजिस्ट्री भी करवा ली है। इस करोड़ों की जमीन को खाली करवाने के लिए शिक्षा विभाग जिला शिक्षा अधिकारियों पर समय-समय पर दबाव बनाता रहा है।
इसी कड़ी के तहत विगत वर्षों तत्कालीन शिक्षा अधिकारी के साथ साजिश के तहत डी.ई.ओ. प्राइमरी कार्यालय बदल दिया गया, लेकिन डी. ई.ओ. सैकेंडरी विभाग ने इसे खाली नहीं किया। सरकारी रिकार्ड के मुताबिक उक्त जमीन का खसरा नम्बर 270/70 है, जोकि 1967 में दो सगे भाइयों परमिन्द्र सिंह तथा सुरेन्द्र सिंह को आलाट की गई। इससे पहले उक्त जमीन उक्त दोनों भाइयों के पिता के नाम 1957 से आलाट थी। सन् 1986 में परमिन्द्र सिंह की मौत हो गई और 1979 में सुरिन्द्र की मौत हो गई। इन दोनों भाइयों में से परमिन्द्र की ही शादी हुई थी, जबकि सुरेन्द्र कुंवारा ही था। विदेश में दोनों भाइयों की मृत्यु उपरांत परमिन्द्र की पत्नी त्रिलोचन कौर ने 2 जून 2015 को एक पावर आफ अटार्नी तैयार कर जसजीत सिंह नामक व्यक्ति को सौंप दी।
इससे पहले सन् 1994 तक मैसर्स सतपाल पंडित कंपनी के शाम कुमार को पावर आफ अटार्नी दी थी और वह डी.ई.ओ. कार्यालय से 814 रुपए किराया प्राप्त करता रहा। सन् 2012 में शिक्षा कार्यालय को त्रिलोचन कौर के नाम जमीन की रजिस्ट्री तथा त्रिलोचन कौर के जिन्दा होने का प्रमाण आदि दस्तावेज न दे पाने पर जमीन के पावर आफ आटार्नी को विभाग ने किराया देना बंद कर दिया। इसके बाद जसजीत सिंह डी.ई.ओ. आफिस से किराया मांग रहा है।पता चला है कि जो आटार्नी उन्हें दी गई है उस पर खसरा नम्बर 229/70 अंकित है जबकि यह खसरा नम्बर 279/70 के साथ मेल नहीं खा रहा है। इस संबंध मे डी.ई.ओ. सैकेंडरी नीलम कुमारी से सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।