Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 08:06 AM
जिला सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में मंगलवार को बरनाला निवासी एक 12 वर्षीय बच्चे को परिजनों की ओर से बुखार व सांस लेने की....
मोगा (संदीप): जिला सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड में मंगलवार को बरनाला निवासी एक 12 वर्षीय बच्चे को परिजनों की ओर से बुखार व सांस लेने की समस्या से पीड़ित होने के चलते भर्ती करवाया गया था। बच्चे की हालत को देखते हुए एमरजैंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात अस्पताल के स्टाफ की ओर से शिशु रोग विशेषज्ञ डा. दलबीर गाबा को बुलाकर बच्चे की जांच करवाई गई थी।
बच्चे की जांच करने के उपरांत अभी डाक्टर इसकी बीमारी के लिए करवाए जाने वाले टैस्टों संबंधी सोच ही रहे थे कि बच्चे ने दम तोड़ दिया। डा. दलबीर कौर गाबा के अनुसार बच्चे को सांस लेने के साथ-साथ उसकी चमड़ी पर भी कुछ निशान बने हुए थे, जिससे उन्हें बच्चे के डेंगू के संदिग्ध मरीज होने की शंका हुई लेकिन इसकी जांच करवाने से पहले ही बच्चे ने दम तोड़ दिया।
दूसरी ओर एपीडिमोलॉजिस्ट डा. मनीश अरोड़ा ने बताया कि जब तक किसी भी संदिग्ध मरीज का टैस्ट नहीं करवाया जाता, तब तक उसके डेंगू पीड़ित होने की पुष्टि नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि बच्चे का एक तो डेंगू टैस्ट नहीं हो पाया और दूसरे जहां तक चमड़ी पर निशान बनने का सवाल है तो वह तो कई अन्य कारणों से भी चमड़ी पर उभरते हैं।