Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 10:08 AM
सेहत विभाग की मानें तो 14 हजार मरीजों की पुष्टि के साथ पंजाब क्षेत्रफल व आबादी के अनुपात से देश में चौथे नम्बर पर आ गया है। इस वर्ष डेंगू ने व्यापक स्तर पर महामारी का प्रदर्शन किया है। नैशनल बैक्टर बोर्न डिजिज कंट्रोल प्रोग्राम के अनुसार केरल 21...
लुधियाना (सहगल): सेहत विभाग की मानें तो 14 हजार मरीजों की पुष्टि के साथ पंजाब क्षेत्रफल व आबादी के अनुपात से देश में चौथे नम्बर पर आ गया है। इस वर्ष डेंगू ने व्यापक स्तर पर महामारी का प्रदर्शन किया है। नैशनल बैक्टर बोर्न डिजिज कंट्रोल प्रोग्राम के अनुसार केरल 21 हजार से अधिक मामलों के साथ पहले, तमिलनाडु 20 हजार से अधिक मामलों के साथ दूसरे तथा कर्नाटक 16 हजार के करीब डेंगू के मरीजों के साथ तीसरे नम्बर पर है, जबकि पंजाब 14 हजार मामलों के साथ चौथे नम्बर पर है।हालांकि कुछ लोग पंजाब को 30 हजार से अधिक मामलों के साथ पहले नम्बर पर मानते हैं, क्योंकि यह संख्या सरकारी व निजी अस्पतालों में सामने आए पॉजीटिव डेंगू के मरीजों की है। डेंगू से निपटने में कई जिलों ने आशानुरूप काम नहीं किया है। इसमें लुधियाना जिला काफी पिछड़ा हुआ माना जा रहा है।
डेंगू की सही स्थिति के साथ खिलवाड़
उदाहरण के तौर पर सेहत विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले के अस्पतालों में अब तक 3154 मामले डेंगू के सामने आए हैं। इनमें 1653 संदिग्ध, जबकि 1501 डेंगू के मरीज सामने आए हैं, जिनमें 1004 लुधियाना, 285 दूसरे जिलों व 212 अन्य राज्यों के रहने वाले थे। वहीं शहर के प्रमुख अस्पतालों में 5 हजार से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें 2500 मरीजों की सूची अकेले दयानंद अस्पताल ने सेहत विभाग को भेजी है।
50 से अधिक मरीजों की मौत को छुपाया
जिला सेहत विभाग लुधियाना के कारनामों से उच्चाधिकारी भी काफी परेशान हैं। शहर में डेंगू से 50 से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें 40 मरीज दयानंद अस्पताल में भर्ती थे, परंतु आज की रिपोर्ट में भी किसी मरीज की मौत की पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार चंडीगढ़ भेजी गई रिपोर्टों में 8 मरीजों की मौत की पुष्टि की गई है। स्थानीय स्तर पर मीडिया को गुमराह किया जा रहा है।
रिपोर्टों के मामले में होगी जांच : डा. गगनदीप
नैशनल बैक्टर बोर्न डिजिज कंट्रोल प्रोग्राम पंजाब के प्रोग्राम अफसर डा. गगनदीप सिंह ने कहा कि जिला लुधियाना द्वारा भेजी गई मरीजों की सूची और डेंगू से मरीजों की मौत बारे जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों को डेंगू के मामलों की रिपोर्ट लाजिमी करने को कहा गया है व जिलों को यह रिपोर्ट स्टेट को भेजने को कहा गया है, ताकि रिपोर्टों के आंकलन के बाद डेंगू से निपटने के लिए उसी के अनुरूप व्यापक प्रोग्राम बनाए जाएं। इस वर्ष डेंगू की रिपोॄटग पर काफी बेहतर काम हुआ है, परंतु डेंगू से निपटने के लिए लोगों की भागीदारी आवश्यक है। उनका जागरूक होना जरूरी है कि वे अपने घरों व आसपास मच्छरों को पनपने न दें।
सभी विभागों की जिम्मेदारी होगी तय
डा. गगनदीप सिंह ग्रोवर ने बताया कि शीघ्र ही राज्य में डेंगू, मलेरिया व अन्य रोगों से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए एक व्यापक प्रोग्राम सरकार की देख-रेख में बनाया जा रहा है। इसमें सभी विभागों की जिम्मेदारी तय की जाएगी कि कौन-सा विभाग क्या काम करेगा। इससे डेंगू से निपटने में काफी मदद मिलेगी।