Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 06:26 PM
शिवसेना (बाल ठाकरे) ने लगभग पिछले दो महीनों से पंजाब के कई जिलों में डेंगू मच्छरों के कहर व इसे रोकने...
कपूरथला: शिवसेना (बाल ठाकरे) ने लगभग पिछले दो महीनों से पंजाब के कई जिलों में डेंगू मच्छरों के कहर व इसे रोकने के लिए पंजाब सरकार विशेषकर स्वास्थ्य विभाग व नगर कौंसिलों द्वारा तुरंत कोई क्रांतिकारी व प्रभावशाली कदम न उठाने का कड़ा नोटिस लिया है।
इस सबंध में शिवसेना (बाल ठाकरे) पंजाब के वरिष्ठ नेता जगदीश कटारिया ने डेंगू म‘छरों द्वारा सैंकड़ों लोगों का रक्त चूसने व दहशत फैलाने के साथ-साथ कपूरथला से संबंधित दो घरों पंजाब पुलिस के हैड कांस्टेबल अरविंदर सिंह व लेबर मैन गुरमीत दास के इकलौते चिरागों रोबिन सिंह (17) व प्रिंस (17) को लुधियाना व अमृतसर में बुझाने पर गहरा दुख व मृतकों के परिवारों से हमदर्दी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार विशेषकर स्वास्थ्य विभाग की कथित हालत ‘नर कंकाल’ जैसी होने का स्पष्ट संकेत भी है। अगर पंजाब सरकार व नगर कौंसिलों ने डेंगू मच्छरों के मैदान में आते ही तन-मन से उसके खिलाफ मोर्चा लगाया होता तो सैंकड़ों लोग इसका शिकार होने से बच सकते थे।
कैप्टन सरकार को लोकहित में जागना भी सीखना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में कई सियासी दलों की सरकारें बनीं पर वह स्वास्थ्य सेवाओं में प्रभावशाली सुधार लाने व लोगों को इसमें राहत पहुंचाने के मामले में कथित ‘गप्पी व तमाशबीन’ ही सिद्ध हुई है। उन्होंने कहा कि अगर कैप्टन सरकार विशेषकर स्वास्थ्य विभाग डेंगू मच्छरों की ‘दादागिरी’ को नहीं रोक सकते या इससे पीड़ित लोगों का सही समय पर सही इलाज नहीं करवा सकते तो उन्हें डेंगू मच्छरों व लोगों के सामने आत्म समर्पण कर देना चाहिए। जगदीश कटारिया ने पंजाब सरकार से सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में तुरंत प्रभावशाली सुधार करने के साथ डेंगू मच्छरों के हमले से मरने वाले लोगों के परिवारों को विशेष आर्थिक सहायता देने की मांग की है