Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 12:16 PM
जिले में डेंगू की बीमारी ने दस्तक दे दी है। सिविल अस्पताल में आधा दर्जन डेंगू के संदिग्ध सामने मरीज आए, जिनमें से एक मरीज डेंगू का पॉजीटिव पाया गया। वर्णनीय है कि बरनाला जिले में वर्षा कम हुई है जिस कारण..
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): जिले में डेंगू की बीमारी ने दस्तक दे दी है। सिविल अस्पताल में आधा दर्जन डेंगू के संदिग्ध सामने मरीज आए, जिनमें से एक मरीज डेंगू का पॉजीटिव पाया गया। वर्णनीय है कि बरनाला जिले में वर्षा कम हुई है जिस कारण जिले में वर्षा का पानी इकट्ठा नहीं हुआ फिर भी डेंगू की बीमारी ने जिले में पांव फैलाने शुरू कर दिए हैं। डेंगू की बीमारी फैलने का मुख्य कारण जिले में फैली गंदगी है।
सब्जी मंडी के समीप ही प्रशासन द्वारा फैंका जा रहा कूड़ा
जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय अनाज मंडी में सब्जी मंडी के समीप पूरे शहर का कूड़ा फैंका जा रहा है। कूड़े में से मक्खियां मच्छर उठकर सब्जी व फलों पर बैठते हैं। सब्जी व फलों की सप्लाई पूरे जिले को यहां से होती है, जिस कारण बीमारियां लोगों के घरों में जा रही हैं। इस मुद्दे को लेकर शहर वासियों व सब्जी मंडी एसो. द्वारा कई बार रोष प्रदर्शन किए जा चुके हैं परंतु फिर भी प्रशासन द्वारा यहां कूड़ा फैंकना जारी है।
जिला प्रशासन सफाई की तरफ दे विशेष ध्यान
मार्कीट कमेटी के पूर्व उप चेयरमैन व सीनियर भाजपा नेता सोमनाथ सहौरिया ने कहा कि जिले में गंदगी के कारण ही भयानक बीमारियां फैल रही हैं। जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जिले में सफाई की तरफ विशेष ध्यान दे विशेषकर अनाज मंडी में जो सब्जी मंडी के समीप शहर का कूड़ा फैंका जा रहा है वह फैंकना बंद किया जाए क्योंकि इस कूड़े के कारण पूरे जिले में भयानक महामारी फैलने का हमेशा डर बना रहता है।
सेहत विभाग ने डेंगू से बचने के लिए की एडवाइजरी जारी
सेहत विभाग ने पोस्टर द्वारा डेंगू से बचाव के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिस में उन्होंने लिखा है कि कूलरों व गमलों की ट्रे में खड़े पानी को सप्ताह में एक बार जरूर साफ करें। छतों पर रखी पानी की टंकियों को अच्छी तरह से बंद करके रखें, टूटे बर्तन, ड्रमों व टायरों आदि को खुले में न रखें व पूरी बाजू वाले कपड़े पहनें।
डेंगू के लक्षण
सिविल अस्पताल के एम.डी. डाक्टर मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि जिस व्यक्ति को डेंगू हो जाता है उसको तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, जी कच्चा होना, उल्टी आना, चमड़ी पर दाने हो जाना, थकावट महसूस होनी, खून का बहना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होता है। यदि इनमें से कोई भी लक्षण किसी व्यक्ति को महसूस हो तो उसको फौरी तौर पर डाक्टर से चैकअप करवाना चाहिए।