Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Oct, 2017 11:46 AM
नूरपुरबेदी शहर में डेंगू ने दस्तक दे दी है व इस संबंधी प्रशासन बिल्कुल बेखबर नजर आ रहा है। लोगों द्वारा मीडिया को फोन करके प्रदान की गई सूचना के अनुसार
नूरपुरबेदी(संजीव): नूरपुरबेदी शहर में डेंगू ने दस्तक दे दी है व इस संबंधी प्रशासन बिल्कुल बेखबर नजर आ रहा है। लोगों द्वारा मीडिया को फोन करके प्रदान की गई सूचना के अनुसार इस जानलेवा बीमारी का प्रकोप गत कई सप्ताह से जारी है जिस संबंधी न तो कोई अधिकारी ही कुछ कहने की अवस्था में है और न ही कोई निजी अस्पताल व लैबोरेटरी इसका खुलासा करने को तैयार हैं।
दविन्द्र कुमार दीपू नामक व्यक्ति ने फोन करके मीडिया को बताया कि उसकी चाची निशा पत्नी हेम राज डेंगू से पीड़ित है और उसका पी.जी.आई. चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है। उसने बताया कि उक्त रोग के कारण उनके फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया है जिस कारण उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इसके अतिरिक्त उसकी माता कांता देवी पत्नी गुरदियाल सिंह भी डेंगू से पीड़ित है जिसे सरकारी अस्पताल रूपनगर में ले जाया गया है। प्राइवेट लैबोरेटरी में उसकी माता की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है जबकि रूपनगर अस्पताल की रिपोर्ट मंगलवार को मिलनी है। इसी प्रकार शहर का एक अन्य नौजवान डेंगू की चपेट में आ चुका है और जो निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रहा है।
राणा अस्पताल में 4 व गुरदेव अस्पताल में 1 डेंगू पीड़ित मरीज पहुंचा: नूरपुरबेदी स्थित राणा अस्पताल के माहिर डा. राकेश राणा ने बताया कि उनके पास 4 डेंगू पीड़ित मरीज पहुंचे हैं जिसमें दो मरीज रैफर कर दिए गए जबकि 2 का इलाज चल रहा है। इसी तरह गुरदेव अस्पताल के प्रबंधक डा. गुरदेव सिंह ने बताया कि उनके पास एक ही मरीज पहुंचा है जिसका इलाज चल रहा है।
विभाग पीने वाले पानी की टंकियां साफ करवाए :शहर में सफाई व्यवस्था न होने के कारण कई स्थानों पर लगे गंदगी के ढेरों को भी इस बीमारी का मुख्य कारण माना जा रहा है क्योंकि गंदगी से पनप रहे मच्छर उक्त रोग को आमंत्रण दे रहे हैं। गांवों के तालाबों और गलियों में खड़ा गंदा पानी भी काफी हद तक डेंगू के लिए जिम्मेदार है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि वह सरकारी विभागों की पीने वाली पानी की टंकियों को पुन: साफ करवाए।
2 संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए भेजा : एस.एम.ओ. :इस संबंधी एस.एम.ओ. नूरपुरबेदी डा. शिव कुमार ने बताया कि आज शहर में सर्वे करके लोगों को जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि इस सर्वे दौरान डेंगू के 2 संदिग्ध मरीज सामने आए, जिन्हें इलाज और जांच के लिए सरकारी अस्पताल रूपनगर में रैफर कर दिया गया है।
सिविल सर्जन समूचे हालातों से अनजान :इस मामले संबंधी जब सिविल सर्जन रूपनगर डा. हरिन्द्र कौर से संपर्क किया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हें इस संबंधी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि सीजन में एक-दो केस होना आम बात है फिर भी डेंगू से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह मुस्तैद है।