Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Oct, 2017 03:19 PM
भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) की ओर से गांव सरोद के किसानों का इकट्ठा किया गया।
मालेरकोटला (जहूर): भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) की ओर से गांव सरोद के किसानों का इकट्ठा किया गया।
इस दौरान सरकार की ओर से धान की पराली का सरकारी स्तर पर कोई प्रबंध न करने पर किसानों की ओर से धान की पराली को आग लगाने का फैसला लिया गया। यूनियन के किसान नेता सरबजीत सिंह भुरथला ने संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार किसानों को ग्रीन ट्रिब्यूनल की हिदायतों का डरावा दे रही है परन्तु दूसरी ओर सरकार स्वयं ट्रिब्यूनल की हिदायतों की सरेआम उल्लंघना कर रही है और किसानों के लिए कोई भी रियायत देने से भाग रही है। सरकार द्वारा पराली का कोई प्रबंध न करने से पराली किसानों के लिए गले की हड्डी बनी हुई है, जिस कारण किसानों को मजबूरी वश पराली को आग लगानी पड़ रही।