Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 03:21 PM
देश में रोजाना कई बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं परंतु इनमें अधिकतर दुर्घटनाएं ओवरलोड वाहनों व लोहे के बड़े सरिए आदि के वाहनों से बाहर निकले होने के कारण भी होती हैं। ऐसा लगता है कि सड़कों पर ‘मौत’ घूम रही है परंतु ऐसे वाहन वालों को किसी की भी परवाह नहीं।
सुनाम(बांसल): देश में रोजाना कई बड़ी दुर्घटनाएं होती हैं परंतु इनमें अधिकतर दुर्घटनाएं ओवरलोड वाहनों व लोहे के बड़े सरिए आदि के वाहनों से बाहर निकले होने के कारण भी होती हैं। ऐसा लगता है कि सड़कों पर ‘मौत’ घूम रही है परंतु ऐसे वाहन वालों को किसी की भी परवाह नहीं। मुख्य सड़कों पर ऐसे ओवरलोड वाहनों के कारण पटियाला रोड, बठिंडा रोड, जाखल रोड पर कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ समय पहले पटियाला रोड पर ओवरलोड तूड़ी से भरे ट्रैक्टर से टकराकर एक कार सवार की मौत भी हो चुकी है।
पिछले कई वर्षों से कोर्ट में भी ऐसे मामले आ चुके हैं। जिसके चलते ओवरलोड वाहनों के कारण हादसे या मौतें हो चुकी हैं। यदि इस ओर ध्यान दिया जाए तो कई जिन्दगियां बच सकती हैं।
सुनील कांत एडवोकेट।
लोगों की जान बहुत कीमती है। पहले तो सामान वाहनों से बाहर नहीं होना चाहिए। यदि थोड़ा-बहुत बाहर हो जाता है तो रिफ्लैक्टर या पेंट होना चाहिए ताकि पीछे से आते वाहन चालक सचेत हो सकें व किसी की कीमती जान का नुक्सान न हो।
मनीष सोनी खडियालिया ब्लाक अध्यक्ष इंडस्ट्री चैंबर।