Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 04:42 PM
गांव सरावा बोदला की एक महिला की डिलिवरी के दो दिनों बाद मौत के बाद उस समय सरकारी अस्पताल के डाक्टरों सवालों के घेरे में आए
लंबी/मलोटः गांव सरावा बोदला की एक महिला की डिलिवरी के दो दिनों बाद मौत के बाद उस समय सरकारी अस्पताल के डाक्टरों सवालों के घेरे में आए जब महिला के संस्कार के बाद उसकी राख से कैंची मिली। महिला के परिजनों का आरोप है कि डाक्टरों की लापरवाही से महिला के पेट में ऑप्रेशन के दौरान कैंची रह गई जिससे उसकी मौत हो गई।
फिलहाल सिविल सर्जन ने मामले की जांच के लिए सीनियर मैडीकल अधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं। शरणजीत कौर (23) पत्नी गुरविंदर सिंह वासी गांव सरावां बोदला ने 15 अगस्त को मुक्तसर के सिविल अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। जिस समय जच्चा-बच्चा दोनों ठीक थे परंतु थोड़े समय बाद महिला शरणजीत कौर की हालत खराब हो गई जिसके बाद उसे 17 अगस्त को मैडीकल कॉलेज फरीदकोट के लिए रैफर कर दिया रास्ते में शरणजीत की मौत हो गई। 18 अगस्त को शव का संस्कार किया गया। जब मृतका के के वारिस गांव के श्मशानघाट में अस्थियां उठाने गए तो उन्हें राख में कैंची मिली। मामला पुलिस के पास पहुंचने पर पुलिस ने पूरी सामग्री अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
सिविल अस्पताल मुक्तसर डॉ. सुखपाल सिंह ने कहा कि बड़े आप्रेशन के बाद उक्त महिला ने बच्चे को जन्म दिया था, जिसके बाद इस महिला की हालत नाजुक होने कारण उसको फरीदकोट रैफर किया गया था, जिसकी रास्ते में मौत हो गई। आज उक्त मामला सामने आने पर उन्होंने एक सीनियर मैडीकल अधिकारी सहित टीम को उक्त पूरे केस की जांच का आदेश दिया है जैसे ही रिपोर्ट आएगी कार्रवाई की जाएगी।