Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 12:04 PM
विगत दिवस रेल कोच फैक्टरी में कार्यरत एक कर्मचारी व उसकी पत्नी की डेंगू से हुई मौत ने एक बार फिर से कपूरथला वासियों को दहशत में डाल दिया है। विगत 2 माह से जिले में खतरनाक हद तक फैल चुके डेंगू की चपेट में आकर अब तक 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन...
कपूरथला (भूषण): विगत दिवस रेल कोच फैक्टरी में कार्यरत एक कर्मचारी व उसकी पत्नी की डेंगू से हुई मौत ने एक बार फिर से कपूरथला वासियों को दहशत में डाल दिया है। विगत 2 माह से जिले में खतरनाक हद तक फैल चुके डेंगू की चपेट में आकर अब तक 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली कई अहम सवाल खड़े कर रही है।
सर्दी की दस्तक के बावजूद डेंगू का प्रकोप जारी
शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में ङ्क्षचताजनक आंकड़ों तक पहुंच चुका डेंगू बुखार हल्की सर्दी के दस्तक देने के बावजूद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी जालंधर व लुधियाना के निजी अस्पतालों में कपूरथला जिले से संबंधित बड़ी संख्या में लोग डेंगू का शिकार होकर हजारों रुपए की रकम खर्च कर अपना इलाज करवा रहे हैं।
रेल कोच फैक्टरी में कार्यरत कर्मचारी चमन लाल तथा उसकी पत्नी बलविंद्र कौर के डेंगू बुखार से मौत होने के मामले ने तो लोगों में इस कदर डर पैदा कर दिया है कि अब लोगों को अपने भविष्य की ङ्क्षचता सताने लगी है। जिला स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली में लगातार चल रही गिरावट का आलम यह है कि लोगों का विश्वास जालंधर व लुधियाना के निजी अस्पतालों में ही टिक गया है जो प्रदेश व खासकर जिले में लगातार गिर रही स्वास्थ्य सेवाओं की ओर इशारा कर रहा है।
रेलवे मुलाजिमों ने मांगा मृतक दम्पति के लिए मुआवजा
आर.सी.एफ. में सेवा निभा रहे चमन लाल व उनकी पत्नी बलविन्द्र कौर की डेंगू से हुई मौत उपरांत आर.सी.एफ. की मुलाजिम जत्थेबंदियों ने मृतक दम्पति के बच्चों से दुख का प्रकटावा करते हुए केंद्र व पंजाब सरकार से 25-25 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है।
ऑल इंडिया एस.सी./एस.टी. की रेलवे कर्मचारी एसोसिएशन, आर.सी.एफ. इम्प्लाइज यूनियन, आर.सी.एफ. मैन्ज यूनियन, बाबा साहिब डा. बी.आर. अम्बेदकर सोसायटी, गुरुद्वारा श्री गुरु रविदास सभा, बहुजन समाज पार्टी पंजाब के पदाधिकारियों जीत सिंह, रणजीत सिंह नाहर, सर्वजीत सिंह, अमरीक सिंह गिल, राजवीर शर्मा, जसवंत सिंह सैनी, कृष्ण जस्सल, धर्मपाल पैंथर, अमरजीत सिंह मल, गुरभेज सिंह, तरसेम सिंह डौला, गुरमुख सिंह ढोट, इंद्रजीत रूपोवाली, निरवैर सिंह, दर्शन लाल मट्टू आदि ने चमन लाल व बलविन्द्र कौर की डेंगू से हुई मौत के लिए सरकार की घटिया स्वास्थ्य सहूलियतों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि उक्त दम्पति की मौत से उनके बच्चे यतीम हो गए हैं व दुख की घड़ी में आॢथक सहायता के तौर पर मुआवजे की सख्त जरूरत है।
क्या कहते हैं डी.सी.
इस संबंध में जब डी.सी. मोहम्मद तैयब से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि डेंगू बुखार से निपटने के लिए जिलेभर में लगातार मुहिम चलाई जा रही है जिसके लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। अब इस मुहिम में और भी तेजी लाई जाएगी।