Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jun, 2017 07:13 AM
महानगर में विभिन्न स्थानों पर नियमों के विपरीत सड़कों पर तंबू गाड़ कर सड़कें तोड़ी जा रही हैं लेकिन निगम अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं जिसके चलते पब्लिक को टूटी सड़कों के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। टूटी सड़कों के कारण हाल ही में एक छायाकार की मौत...
जालंधर (पुनीत) : महानगर में विभिन्न स्थानों पर नियमों के विपरीत सड़कों पर तंबू गाड़ कर सड़कें तोड़ी जा रही हैं लेकिन निगम अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं जिसके चलते पब्लिक को टूटी सड़कों के कारण परेशानी उठानी पड़ती है। टूटी सड़कों के कारण हाल ही में एक छायाकार की मौत हो गई थी जिसके बाद निगम अधिकारियों ने कुछ एक स्थानों पर टूटी हुई सड़कों पर पैचवर्क करवाया था। सड़कों की क्वालिटी व सड़कें टूटने के लिए निगम अधिकारी जिम्मेदार हैं जिसके प्रति वरिष्ठ अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पब्लिक को असुविधा न हो।
जानकार बताते है कि तंबू लगाने के लिए जहां पर सरिया गाड़ा जाता है वहां से सड़क टूटनी शुरू हो जाती है और कुछ ही दिनों वहां पर गड्ढे पड़ जाते हैं। वर्षा के मौसम में उक्त छोटे-छोटे गड्ढे बड़े गड्ढों में तबदील हो जाते हैं और सड़क की दुर्दशा हो जाती है जिसके चलते राहगीरों को दिक्कतें उठानी पड़ती हैं। तंबू गाडऩे से शुरू हुई इन गड्ढों की शुरूआत अंत में सड़क को बुरी तरह से नुक्सान पहुंचाती है। इन गड्ढों से कई बार बड़ी दुर्घटनाएं हो जाती हैं जिससे मौत तक हो जाती है इसलिए आवश्यकता है कि हम खुद अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए इस तरह तंबू गाडऩे से गुरेज करें और यदि किसी आवश्यक काम के लिए मजबूरी में ऐसा करना पड़े तो उक्त स्थान की मुरम्मत करवाएं ताकि लोगों को असुविधा न उठानी पड़े और किसी के घर का चिराग न बुझे।