Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Oct, 2017 03:02 PM
दोमोरिया पुल आजकल लाशों का अड्डा बनता जा रहा है। लगातार मिल रही लावारिस लाशें पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही हंै।
जालंधर(रविंदर शर्मा): दोमोरिया पुल आजकल लाशों का अड्डा बनता जा रहा है। लगातार मिल रही लावारिस लाशें पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही हंै। थाना पुलिस लगातार रात को गश्त करती है और परमानैंट नाका दोमोरिया पुल के नीचे लगाया जाता है, मगर बावजूद इसके लावारिस लाशों का मिलना कई तरह के सवाल खड़े करता है। हैरानी की बात यह है कि लावारिस लाश मिलने के बाद पुलिस इनकी पहचान के लिए गंभीरता से प्रयास नहीं करती और केस को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।
2015 तक बिस्त दोआब नहर लावारिस लाशों का अड्डा होती थी। कई दूसरे जिलों से भी लाशें इस नहर में तैर कर यहां पहुंच जाती थी। अधिकांश मामलों में हत्या कर लाशों को नहर में बहा दिया जाता था और सारे सबूत मिटा दिए जाते थे। नहर के पानी में कई दिन तक लाश रहने से बॉडी गल जाती थी और अधिकांश मामले में बॉडी की पहचान तक नहीं होती थी। ऐसे में हत्यारों के लिए यह एक आसान तरीका बन गया था। पंजाब पुलिस की सक्रियता के बाद व नहर में पानी की कमी के कारण यहां से हत्यारों का ध्यान हट गया था और यह हत्यारों के लिए लाश को ठिकाने लगाने का आसान तरीका नहीं रहा था।
मगर अब लावारिस लाशों का नया अड्डा दोमोरिया पुल बनता जा रहा है। हर महीने 2 से 3 लाशें दोमोरिया पुल के आसपास से बरामद होती हैं। अधिकांश मामलों में इन लाशों की पहचान नहीं होती। ज्यादातर मामलों में यह दिखा दिया जाता है कि ट्रेन से टकराकर नीचे गिरने से मौत हो गई। किसी भी मामले में मौत के पीछे के कारणों को तलाशने का गंभीरता से प्रयास नहीं किया जाता । अभी पिछले महीने ही पुलिस को ऐसे ही एक मामले में गवाहों के सामने आने के बाद हत्या का केस दर्ज करना पड़ा था। हालांकि हत्या का केस दर्ज करने के बाद भी इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। पुलिस अगर गहराई से जांच करे तो ऐसे अधिकांश मामलों में पुलिस को कई गहरे राज मिल सकते हैं। मगर पुलिस तो वी.आई.पी. ड्यूटी व अन्य गैर-जरूरी कामों में उलझ कर रह गई है और पुलिस का एन्क्वायरी सैल पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है। दोमोरिया पुल से मिलने वाली लाशों में पुलिस अपनी ड्यूटी सिर्फ इतना ही निभा रही है कि मोर्चरी रूम में पहचान के लिए 72 घंटे लाश को रखने के बाद उसे आग की भेंट चढ़ा दिया जाता है।