Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 10:27 AM
बुधवार को जिला डी.सी. कार्यालय कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान नरिन्द्र सिंह चीमा व महासचिव रजवान खान के नेतृत्व में यूनियन के समूह स्टाफ ने कर्मचारी........
कपूरथला (भूषण, मल्होत्रा): बुधवार को जिला डी.सी. कार्यालय कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान नरिन्द्र सिंह चीमा व महासचिव रजवान खान के नेतृत्व में यूनियन के समूह स्टाफ ने कर्मचारी विरोधी नोटीफिकेशन की कॉपियों को जहां आग के हवाले किया, वहीं सरकार की नीतियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में डी.सी. कार्यालय यूनियन के प्रधान नरिन्द्र सिंह चीमा ने कहा कि सरकार की ओर से 1 जनवरी, 2004 के बाद भर्ती कर्मचारियों
की पैंशन बंद करने संबंधी जारी किए गए नोटीफिकेशन नम्बर 315 (जनवरी 2013) तथा नोटीफिकेशन नम्बर 4 (12 जून, 2017) कर्मचारी विरोधी है, जिसको लेकर समूह कर्मचारियों ने गेट रैली कर नोटीफिकेशन की कॉपियों को आग के हवाले किया।
उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने अलग-अलग जरूरतों के अधीन 562 पद मंजूर किए थे, लेकिन इसकी प्रवानगी को अभी तक मंत्रिमंडल ने न पास किया है और न ही पुरानी पैंशन 1 जनवरी, 2004 से बहाल की और न ही 4 सितम्बर, 2014 के अधीन कर्मचारियों को पदोन्नति स्केललीप किया है। इस दौरान सरकार ने कर्मचारियों की कई मांगों को नहीं माना है।
कर्मचारियों की चेतावनी, संघर्ष को और तेज किया जाएगा
जिस संबंधी समूह कर्मचारी यूनियन डी.सी. कार्यालय कपूरथला, अतिरिक्त डी.सी. कार्यालय कपूरथला व फगवाड़ा, एस.डी.एम. कार्यालय फगवाड़ा, कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी व भुलत्थ और तहसीलदार, नायब तहसीलदार कपूरथला, फगवाड़ा, सुल्तानपुर लोधी, भुलत्थ, ढिलवां व तलवंडी चौधरियां से संबंधित सभी कर्मचारी इस मौके पर उपस्थित थे।
इस दौरान कर्मचारियों ने गेट रैली कर चेतावनी दी कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को न माना तो प्रदेश स्तरीय यूनियन के साथ तालमेल कर इस संघर्ष को और भी तेज किया जाएगा, जिसकी सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी।