Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Oct, 2017 09:18 AM
डेंगू व चिकनगुनिया बुखार के तेजी से फैल रहे प्रकोप को लेकर शहरवासियों में भारी खौफ पाया जा रहा है। शहर के कई हिस्सों में जहरीले मच्छरों की भरमार हो गई है, जिससे डेंगू व चिकनगुनिया बुखार के फैलने का बड़ा खतरा बना हुआ है, लेकिन बावजूद इसके ऐसा कुछ भी...
फगवाड़ा (जलोटा): डेंगू व चिकनगुनिया बुखार के तेजी से फैल रहे प्रकोप को लेकर शहरवासियों में भारी खौफ पाया जा रहा है। शहर के कई हिस्सों में जहरीले मच्छरों की भरमार हो गई है, जिससे डेंगू व चिकनगुनिया बुखार के फैलने का बड़ा खतरा बना हुआ है, लेकिन बावजूद इसके ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है जो समय की मांग बन गया है।
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनता से निरंतर यही कहा जा रहा है कि लोग वायरल बुखार, डेंगू व चिकनगुनिया में अंतर समझें, अपितु जनता में डेंगू व चिकनगुनिया बुखार को लेकर आतंक जस का तस बरकरार है और कई इलाकों में डेंगू बुखार के लक्षणों से त्रस्त लोग रोजाना निजी अस्पतालों में भर्ती हो अपना इलाज करवा रहे हैं। ‘पंजाब केसरी’ की टीम से वार्तालाप के दौरान कई लोगों ने कहा कि उनके इलाकों में अभी भी मच्छरों को मारने हेतु सरकारी तौर पर किसी भी प्रकार की कोई फॉगिंग नहीं की गई है। हालांकि इस मामले को लेकर नगर निगम फगवाड़ा द्वारा निरंतर यही कहा जा रहा है कि शहर में फॉगिंग हुई है, लेकिन जो तर्क जनता दे रही है वह पूरी तरह से सही हैं, क्योंकि फगवाड़ा के कई इलाके आज भी ज्यों के त्यों ही हैं जहां पर फॉगिंग का एक राऊंड भी निगम द्वारा पूरा नहीं किया जा सका है। जबकि कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर फॉगिंग हुई ही नहीं है।
वहीं दूसरी ओर शहर के कई हिस्से ऐसे हैं, जहां पानी का जमावड़ा है, जिन पर डेंगू बुखार को फैलाने वाले जहरीले मच्छर पनप रहे हैं। ऐसे में प्रशासनिक स्तर पर हो रहे राहत कार्य के दावों व लोगों द्वारा इसके विरोध में दिए जा रहे तर्क के मध्य फगवाड़ा में हालात की सच्चाई यही बनी हुई है कि विभिन्न इलाकों में अनेक लोग वायरल, डेंगू बुखार से बीमार पड़े हुए हैं। यदि प्रशासन ने इस ओर अब भी ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में हालात बद से बदतर होने की प्रबल संभावना है।