Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Dec, 2017 10:54 AM
शहर के विकास संबंधी समय-समय की सरकारों तथा राजनीतिज्ञों ने कई दावे किए परंतु शहर के सर्वपक्षीय विकास के लिए आज तक न तो किसी सरकार तथा न ही किसी नेता ने विकास तथा विशेषकर गंदे पानी के निकास के लिए कोई मास्टर प्लान बनाया है। जो गली टूटी है वह नहीं...
गुरदासपुर/बटाला (विनोद, बेरी): शहर के विकास संबंधी समय-समय की सरकारों तथा राजनीतिज्ञों ने कई दावे किए परंतु शहर के सर्वपक्षीय विकास के लिए आज तक न तो किसी सरकार तथा न ही किसी नेता ने विकास तथा विशेषकर गंदे पानी के निकास के लिए कोई मास्टर प्लान बनाया है। जो गली टूटी है वह नहीं बनती तथा जो सड़क एक बार टूट जाती है या तोड़ दी जाती है उसको पुन: बनाने के लिए नगर कौंसिल, लोक निर्माण विभाग या अन्य किसी विभाग ने कभी कोशिश नहीं की। यही कारण है कि जब भी बरसात होती है तो शहर में विभिन्न बाजारों में पानी जरूरत से अधिक खड़ा हो जाता है।
इस संबंधी गुरदासपुर के पार्षद विकास गुप्ता, पूर्व पार्षद केवल महाजन, अकाली नेता कुलबीर संधु, रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान दिनेश महाजन, कांग्रेसी नेता रवि महाजन तथा समाज सेवक यशपाल महाजन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शहर से गंदे पानी के निकास की समस्या सालों से चली आ रही है। यदि नाला गहरा किया जा रहा है तो यह एक अच्छा कदम है परंतु जब तक इस गंदे पानी के निकास संबंधी कोई ठोस योजना नहीं बनाई जाती तब तक अस्थाई व्यवस्था का कोई लाभ नहीं है।
शहर के बाहर जो नाले लोगों द्वारा किए निर्माण के कारण बंद किए गए हैं उनको चालू करवाया जाना चाहिए। इन नागरिकों का कहना है कि पहले तो चाहिए कि बनाई सड़कों को तोड़ा ही न जाए तथा इस संबंधी सरकार विशेष आदेश जारी करे कि यदि किसी सड़क को तोड़ा जाना जरूरी हो तो उस सड़क को पुन: एक माह के बीच बनाया जाए। इन लोगों ने आरोप लगाया कि जहां-जहां सड़क किसी कारण तोड़ दी जाती है वहां पर सड़क सालों साल नहीं बनती। बिना ठोस योजना के बनाए बाजार तथा सड़कें लोगों को राहत कम तकलीफ अधिक देती हैं। शहर में अधिकतर सड़कें टूटी हुई हैं तथा इस संबंधी सरकार बस बयानबाजी तक सीमित होकर रह गई है। शहर में गलियों व बाजारों के निर्माण की घोषणाएं तो बहुत हुईं परंतु बीते 8 माह में एक भी गली व सड़क नहीं बनी है।