Edited By Updated: 17 Jan, 2017 12:28 PM
बड़ी स्टील कम्पनियों द्वारा 2 माह में लगभग 7,000 प्रति टन की बढ़ौतरी से हरकत में आई साइकिल निर्यात कम्पनियों ने 150 से 250 रुपए प्रति
लुधियाना(संदीप): बड़ी स्टील कम्पनियों द्वारा 2 माह में लगभग 7,000 प्रति टन की बढ़ौतरी से हरकत में आई साइकिल निर्यात कम्पनियों ने 150 से 250 रुपए प्रति साइकिल रेट बढ़ाने की घोषणा तो की परंतु नोटबंदी से बाजार में छाई मंदी के कारण साइकिल कम्पनियों की रेट बढ़ौतरी नाममात्र ही प्रतीत हो रही है। हालात यह हैं कि बाजार में ग्राहक न होने के कारण पुरानी कीमतों पर माल नहीं बिक रहा। ऐसे में दुकानदार नई कीमत पर माल नहीं उठा रहे हैं। नोटबंदी से राष्ट्रीय कम्पनियों की वार्षिक सेल भी 30-40 प्रतिशत गिरेगी। रिकॉर्डतोड़ सेल करने का दावा कर रही साइकिल कम्पनी की गत दिनों एक दिन की डिस्पैच 900 साइकिल पर ही सिमट गई। ऐसे में आपसी तालमेल से साइकिल कम्पनियों द्वारा बढ़ाई गई साइकिल की कीमतें घोषणा के 15 दिन बाद भी वास्तविक रूप नहीं ले सकी हैं। सूत्रों के अनुसार कम्पनियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए 20 जनवरी से निश्चित बनाने की सहमति बनाई है।
दुकानों की शोभा बनकर रह गए रिफ्लैक्टर
साइकिल सवार की सुरक्षा के नाम पर सुप्रीम कोर्ट रोड सेफ्टी कमेटी द्वारा 1 सितम्बर से लागू करवाए गए अंतर्राष्ट्रीय रिफ्लैक्टर उपभोक्ता की जेब पर 100 रुपए के अतिरिक्त भार ही डाल सके। आलम यह है कि रिफ्लैक्टर प्रणाली पर चैकिंग न होने से साइकिल कम्पनियों द्वारा डीलरों को रिफ्लैक्टर देने के बावजूद यह केवल रिटेल व खुदरा साइकिल दुकानदारों की दुकान की शोभा बढ़ाने के काम आ रहे हैं। गौरतलब है कि कमेटी द्वारा साइकिल पर 10 रिफ्लैक्टर लगाना अनिवार्य बनाया गया है, जिसके लिए साइकिल कम्पनियों ने करोड़ों रुपए खर्च करके चाइना से रिफ्लैक्टर भी आयात किए और प्रत्येक साइकिल के साथ इसकी सप्लाई की। साइकिल कम्पनियों ने तो 80 रुपए में रिफ्लैक्टर पर साइकिल कीमत में 100 रुपए की वृद्धि करके अपना भार उपभोक्ताओं पर डाल दिया परंतु कुछ दुकानदारों को छोड़कर ज्यादातर ने इसे हल्के में लिया, जिससे साइकिल खरीदार को अधूरे रिफ्लैक्टरों के साथ ही साइकिल बेच दिए गए। सूत्रों की मानें तो पिछले 4 माह में 20 प्रतिशत साइकिलों पर भी रिफ्लैक्टर नहीं लगे होंगे। यही नहीं संगठित व असंगठित बाजार की नामी कम्पनियां भी सरकार के इस नियम को मुंह चिढ़ाकर खुलेआम बिना रिफ्लैक्टर साइकिल की बिक्री कर रही हैं। बाजार में चर्चा है कि साइकिल डीलर कम्पनियों को बचे रिफ्लैक्टर आधी कीमतों में दोबारा बेच रहे हैं, जिसमें 83 रुपए में बिकने वाला रिफ्लैक्टर सैट 40 से 65 रुपए में आसानी से उपलब्ध हो जाता है।