Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 11:04 AM
डी.ए.सी. (डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन काम्प्लैक्स) जिसे मिन्नी सचिवालय भी कहा जाता है, में रोजना सैंकड़ों की गिनती में लोग दूर-दराज के इलाकों से अपने-अपने काम करवाने के लिए आते हैं। जिस बिल्डिंग में बैठकर जिले के आला अधिकारी कई महत्वपूर्ण काम निपटाते...
जालंधर(अमित): डी.ए.सी. (डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन काम्प्लैक्स) जिसे मिन्नी सचिवालय भी कहा जाता है, में रोजना सैंकड़ों की गिनती में लोग दूर-दराज के इलाकों से अपने-अपने काम करवाने के लिए आते हैं। जिस बिल्डिंग में बैठकर जिले के आला अधिकारी कई महत्वपूर्ण काम निपटाते हैं उसकी बहुत जल्दी ही नुहार बदलने वाली है। लगभग 6 महीने बाद यहां आने वाले हर व्यक्ति को फील गुड फैक्टर की अनुभूति होगी। अपना कार्यभार संभालते समय डी.सी. वरिंदर कुमार शर्मा ने इस बात को सांझा किया था कि उनकी तमन्ना जालंधर के डी.ए.सी. को प्रदेश के बढिय़ा काम्पलैक्सों में शुमार करने की है, जिसकी शुरूआत छोटे-मोटे कार्यों से पहले ही की जा चुकी थी। मगर इसे अमलीजामा पहनाकर पूरे डी.ए.सी. को नई लुक देने का काम अब शुरू किया जा रहा है। इसी उद्देश्य से गठित की गई एक विशेष टीम में एस.डी.एम. -1 राजीव वर्मा, एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह और सहायक कमिश्नर (जनरल) डा. बी.एस. ढिल्लों को शामिल किया गया है, जिनके हाथों में डी.ए.सी. के सुधार की कमान होगी। इसके तहत नई तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए डी.ए.सी. में मौजूदा सारे रिकार्ड रूमों की कायाकल्प की जाएगी। इसके साथ ही पूरे डी.ए.सी. में नई एल.ई.डी. लाइटें लगाई जाएंगी, जिससे एनर्जी की भी बचत होगी।
डी.सी. ने पूरे दल-बल के साथ किया दौरा, दिए जरूरी दिशा-निर्देश
डी.ए.सी. की नुहार बदलने के काम को सही ढंग से अंजाम देने के उद्देश्य से डी.सी. ने बुधवार को ए.डी.सी. जसबीर सिंह, एस.डी.एम. -1 राजीव वर्मा, एस.डी.एम.-2 परमवीर सिंह और सहायक कमिश्नर (जनरल) डा. बी.एस. ढिल्लों, तहसीलदार-1 करनदीप सिंह भुल्लर, नायब तहसीलदार-2 मनोहर लाल, सुपरिटैंडंैट ग्रेड-1 राजिंदर शर्मा, सदर कानूनगो भुपिंदर सिंह व अन्य स्टाफ के दल-बल के साथ एक दौरा किया, जिसमें अलग-अलग रिकार्ड रूमों की हालत का जायजा लेने के साथ-साथ वहां किए जाने वाले संभावित सुधारों को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
अधिक खर्चा होने पर सरकार से मांगा जाएगा फंड : डी.सी.
डी.सी. ने कहा कि वैसे तो सारा काम ओ. एंड एम. सोसायटी के पास मौजूद फंड से ही पूरा करवाया जाएगा, मगर अधिक खर्चा होने की सूरत में सरकार से फंड की मांग की जाएगी। मगर सुधार के काम को किसी भी हाल में मुकम्मल किया जाएगा। डी.सी. ने कहा कि विशेष तौर पर गठित टीम को पूरी पावर दे दी गई है कि वह अपने हिसाब से इस काम को जल्द से जल्द पूरा करवाए।
गोदरेज कंपनी द्वारा दिया जाएगा एस्टीमेट
डी.सी. के दौरे के दौरान गोदरेज कंपनी के अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनके द्वारा सारे रिकार्ड रूमों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रशासन के पास 15 दिन के अंदर एस्टीमेट बनाकर दिया जाएगा, जिसमें बिन सिस्टम और लेटैस्ट डिजाइन वाली स्टोरेज डिवाइसिज का इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया है ताकि पुराने से पुराने रिकार्ड को सही ढंग से संभालकर रखा जा सके।