Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 08:23 AM
केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की स्कीम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की आड़ में एक तरफ शहर में जहां अज्ञात लोगों द्वारा फर्जी फार्म बेच कर लड़कियों को..........
होशियारपुर (जैन): केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की स्कीम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की आड़ में एक तरफ शहर में जहां अज्ञात लोगों द्वारा फर्जी फार्म बेच कर लड़कियों को 2-2 लाख रुपए दिलाने के लिए गुमराह किया जा रहा है, वहीं एक अज्ञात नौसरबाज युवक द्वारा इसी मुहिम की आड़ में एक फेक फेसबुक व इंस्टाग्राम अकाऊंट बना कर होशियारपुर के एक युवक की तस्वीरें इस्तेमाल कर मासूम लड़कियों को गुमराह किया जा रहा है।
इस संबंधी मयंक सेठी उर्फ सन्नी सेठी पुत्र ट्रांसपोर्टर राकेश सेठी ने आज बताया कि करीब 2 माह पहले उसे मालूम पड़ा कि सिद्धार्थ ठाकुर नाम के किसी अज्ञात युवक द्वारा फेक आई.डी. बना मेरे फेसबुक अकाऊंट से मेरी दर्जनों तस्वीरें चोरी कर इस फेसबुक अकाऊंट में मुझे एक एक्टर-मॉडल के रूप में पेश किया जा रहा है। सिद्धार्थ खुद को मेरी तस्वीरों के रूप में पेश कर रहा है।
एच.आर. मंत्रालय को बनाया जा रहा ढाल
मयंक के अनुसार इस फेसबुक अकाऊंट के माध्यम से सिद्धार्थ मासूम लड़कियों को यह बात कहकर कि मैं एच.आर. मंत्रालय के लिए काम कर रहा हूं। इसके तहत बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम के अंतर्गत उन्हें अनेकों फायदे दिए जाने के लिए गुमराह किया जा रहा है। सिद्धार्थ इस बात के लिए बेहद परेशान है कि मासूम लड़कियां इस नौसरबाज के झांसे में आकर उसे रिस्पांस भी दे रही हैं।
मूकदर्शक बनी पुलिस देख रही तमाशा
मयंक ने रोषपूर्वक कहा कि करीब डेढ़ माह पहले उसने इस साइबर स्कैंडल की जानकारी लिखित रूप से थाना सिटी पुलिस को दी थी लेकिन बड़े खेद की बात है कि पुलिस इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही। मयंक को इस बात की ङ्क्षचता सताए जा रही है कि अगर पुलिस ने कोई कार्रवाई न की तो नौसरबाज की यह चाल समाज के लिए बहुत बड़ी मुसीबत बन सकती है। उसने कहा हालांकि पुलिस को इस नौसरबाज का मोबाइल फोन भी मुहैया करवाया जा चुका है। बावजूद इसके आरोपी पुलिस पकड़ से दूर है।
एस.एस.पी. से कार्रवाई की गुहार
मयंक सेठी ने एस.एस.पी. जे. इलनचेलियन से गुहार लगाई है कि इस नौसरबाज के खिलाफ फौरी तौर पर साइबर क्राइम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर इसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए ताकि भविष्य में कोई भी नौसरबाज ऐसा क्राइम करने का साहस न जुटा पाएं।