Edited By Updated: 06 Dec, 2016 03:01 PM
नोटबंदी से जहां हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में परेशान नजर आ रहा है और ज्यादातर काम-धंधे घाटे में चल रहे हैं।
अमृतसर (नीरज): नोटबंदी से जहां हर व्यक्ति किसी न किसी रूप में परेशान नजर आ रहा है और ज्यादातर काम-धंधे घाटे में चल रहे हैं। नोटों के हार बनाने वालों का कारोबार भी नोटबंदी ने बिल्कुल ठप्प कर दिया है। इसका सबसे बड़ा कारण यह सामने आ रहा है कि पहले तो विवाह-शादी समागम नोटबंदी के कारण रद्द हो चुके हैं और ज्यादातर लोग धूमधाम की बजाय सादगी से शादियां कर रहे हैं। इन हालात में कोई नोटों के हार क्यों खरीदेगा। दूसरा बड़ा कारण करंसी की कमी होना है। मार्कीट में 2 हजार, 5 सौ के अलावा दूसरे छोटे नोट उपलब्ध नहीं हैं जिसके चलते हार बनाने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हार बनाने वाले व्यापारी सोनू ने बताया कि ब्लैक में भी नए नोट नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते उनका कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है।
दुकानदार सोनू ने बताया कि हार बनाने का काम शादी-विवाह के सीजन में ही सबसे ज्यादा तेजी में होता है, लेकिन इस समय नोटबंदी के बाद लोगों को 2.50 लाख तक का कैश भी नहीं मिल रहा है, जिससे शादियों में वह चमक-दमक नहीं रही है। इन हालात में कौन नोट खरीदेगा और किसे पहनाएगा। लोग आपसी रजामंदी से एक-दूसरे से समझौता कर रहे हैं और शादी करवा रहे हैं। बहुत कम धूमधाम वाली शादियां देखने को मिल रही हैं। इन हालात में सिर्फ हार बनाने वालों का ही नहीं बल्कि हलवाइयों, वेटर, मैरिज पैलेस मालिकों, कुक, कैटरर्स का काम प्रभावित हो रहा है।