Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 09:31 AM
प्रदेश की सड़कों पर मंडरा रहा है मौत का खतरा। गत कुछ वर्षों के दौरान प्रदेश से संबंधित विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस द्वारा छोटी-मोटी बात को लेकर हुए झगड़े के दौरान फायरिंग करने के बड़ी संख्या में मामले दर्ज करने के बावजूद भी सड़कों पर अभी भी ऐसी...
कपूरथला (भूषण): प्रदेश की सड़कों पर मंडरा रहा है मौत का खतरा। गत कुछ वर्षों के दौरान प्रदेश से संबंधित विभिन्न थाना क्षेत्रों की पुलिस द्वारा छोटी-मोटी बात को लेकर हुए झगड़े के दौरान फायरिंग करने के बड़ी संख्या में मामले दर्ज करने के बावजूद भी सड़कों पर अभी भी ऐसी घटनाओं का खतरा लगातार मंडरा रहा है। गत दिनों कपूरथला पुलिस द्वारा गांव खुखरैण में कुछ निहंगों पर रास्ता देरी से देने को लेकर हुई फायरिंग दौरान एक सेवादार के घायल होने का मामला भी ऐसी ही घटनाओं से जुड़ा हुआ है, जिसमें रास्ते के विवाद को लेकर ही आरोपियों ने फायरिंग जैसी वारदात को अंजाम दे डाला।
लोगों में फैल रही है भारी दहशत
गत 2 दशकों के दौरान यदि प्रदेश भर में पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामलों पर नजर दौड़ाई जाए तो प्रदेश पुलिस में ऐसे कम से कम 100 मामलें दर्ज किए हैं, जिनमें वाहन चालकों ने छोटे-मोटे विवाद को लेकर अपने पास रखी लाइसैंसी या कुछेक ने अवैध हथियारों से फायरिंग कर या तो किसी राहगीर को घायल कर दिया या फिर राहगीर को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। ऐसे मामलों में कई बार तो मामूली बात पर फायरिंग करने वाले ज्यादातर वाहन सवार या तो शराबी हालत में होते हैं जिनका कोई भी आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होता।
हालांकि इस दौरान हाईवे पर जा रहे कई गैंगस्टर भी रास्ते न देने को लेकर अपने अवैध हथियारों से फायरिंग करने को अंजाम दे चुके हैं। अब तो लोगों में इतनी दहशत फैल चुकी है कि कई बार तो लोग सड़क पर वाहन की जाने-अनजाने में टक्कर हो जाने पर भी अब दूसरे पक्ष से वाद-विवाद करने से बचने लगे हैं। जो कहीं न कहीं प्रदेश में हथियार रखने के लगातार बढ़ रहे प्रचलन के कारण लोगों में फैल रही भारी दहशत का स्पष्ट प्रमाण है।
उनके पास भी हैं हथियार जिन्हें ‘न जरूरत’ और ‘न जान का खतरा’
गत एक दशक के दौरान प्रदेश भर में जहां अपनी शान के लिए हजारों लोगों ने लाइसैंसी हथियार लिए। वहीं इस दौरान बड़ी संख्या में ऐसे लोगों को लाइसैंसी हथियार जारी कर दिए गए जिन्हें न तो इनकी जरूरत थी और न ही उन्हें किसी से जान का खतरा है लेकिन इनमें कुछ लोगों ने सड़कों पर हुए विवाद या शादी समारोह में हुए झगड़ों के दौरान गोली चला कर दहशत पैदा करने में बड़ी भूमिका अदा की है।
वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश व बिहार से संबंधित हजारों लोगों के पंजाब में आने के दौरान मजदूरी की आड़ में कई बाहरी व्यक्तियों द्वारा मात्र कुछ हजार रुपए लेकर प्रदेश में सक्रिय अपराधियों को अवैध हथियार सप्लाई करने से जहां समाज विरोधी तत्वों को हथियार मिलने में काफी आसानी हो रही है। वहीं पुलिस इस दौरान बड़ी संख्या में अपराधियों को गिरफ्तार कर दूसरे प्रदेशों से लाए गए अवैध हथियार बरामद कर चुकी है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार दूसरे प्रदेशों से आए इन अवैध हथियारों से प्रदेश के कई जगहों पर फायरिंग करने के मामले देखने को मिले हैं।
दहशत फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा: एस.एस.पी.
इस संबंध में जब एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि लाइसैंसी या अवैध हथियारों के बल पर दहशत फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला पुलिस ने ऐसे कई मामले दर्ज कर बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां की हैं।