Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 10:59 AM
जिले के गांव मटवानी में एक गरीब परिवार कुदरत के प्रकोप का शिकार है। मटवानी निवासी काका सिंह व उसकी पत्नी वीरपाल कौर के 3 लड़के हैं, लेकिन वे तीनों ही 5 साल की उम्र के बाद दिव्यांग हैं। इस परिवार का मुखिया व इन बच्चों का पिता काका सिंह मेहनत मजदूरी...
मोगा(संदीप): जिले के गांव मटवानी में एक गरीब परिवार कुदरत के प्रकोप का शिकार है। मटवानी निवासी काका सिंह व उसकी पत्नी वीरपाल कौर के 3 लड़के हैं, लेकिन वे तीनों ही 5 साल की उम्र के बाद दिव्यांग हैं। इस परिवार का मुखिया व इन बच्चों का पिता काका सिंह मेहनत मजदूरी करने के साथ-साथ चलने-फिरने में असमर्थ अपने बच्चों को अपने कंधों पर उठा कर उन्हें स्कूल छोडऩे जाता है।
बच्चों का उपचार करने के लिए उक्त दम्पति 2 बार अपना घर बेच चुका है। परिजनों ने कहा कि बड़े बेटे हरजिंद्र सिंह की उम्र अब 18 साल है। उससे छोटे बेटे असीन सिंह की उम्र 14 साल है, जबकि उससे छोटे बेटे बलजिंद्र सिंह की उम्र 11 साल है। बलजिंद्र सिंह जब 5 साल का हुआ तो दिव्यांग होने के साथ-साथ उसकी आवाज बंद हो गई तथा उसे सुनना बंद हो गया।
उसने बताया कि उसके बड़े बेटे हरजिंद्र सिंह के पित्ते में पथरी भी, जिसका आप्रेशन करवाने के लिए वह उसे फरीदकोट में मैडीकल अस्पताल लेकर गया था, लेकिन उसे वहां से डाक्टरों ने वापस भेज दिया। गांव की पंचायत द्वारा भी उसकी कोई मदद नहीं की गई। काका सिंह ने रोते हुए समाज सेवी संस्थाओं से उसके बच्चों के उपचार के लिए सहायता करने की गुहार लगाई है।