Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Sep, 2017 01:55 PM
विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब के नौजवानों को घर-घर नौकरी मुहैया करवाने के दावे से सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस सरकार की ओर से चाहे अपने चुनावी वायदे को निभाने के लिए राज्य भर में जिला स्तरीय रोजगार मेले लगाकर नौजवानों को नौकरियां मुहैया करवाने के...
मोगा(ग्रोवर): विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब के नौजवानों को घर-घर नौकरी मुहैया करवाने के दावे से सत्ता पर काबिज हुई कांग्रेस सरकार की ओर से चाहे अपने चुनावी वायदे को निभाने के लिए राज्य भर में जिला स्तरीय रोजगार मेले लगाकर नौजवानों को नौकरियां मुहैया करवाने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन असलियत तो यह है कि इन मेलों में बड़ी उम्मीद से नौकरियां हासिल करने वालों के हाथ केवल निराशा ही लग रही है।
मोगा में पंजाब सरकार की ओर से लगाया गया रोजगार मेला भी उम्मीदों पर खरा न उतर सका। सरकारी औद्योगिक सिखलाई संस्था में नौकरियां हासिल करने के लिए जिले भर के कुल 3,360 नौजवानों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 2,212 नौजवान लड़के-लड़कियों ने ही इंटरव्यू दिया जिसमें 1,336 नौजवानों का चुनाव किया गया। रोजगार मेले का सबसे अहम पक्ष यह रहा कि इस मेले में बहुत सारी मल्टी नैशनल कंपनियों ने हिस्सा ही नहीं लिया तथा कुछेक प्राइवेट मोबाइल फोन तथा अन्य कंपनियों ने नौजवानों को रोजगार देने की पेशकश की।
इन कंपनियों ने वेतन पैकेज देने से हाथ खड़े करते सिर्फ कमीशन बेस पर ही नौकरियां देने की जब नौजवानों से बातचीत की तो नौजवान हक्के-बक्के रह गए। नौजवानों का तर्क था कि पिछली अकाली-भाजपा सरकार तो नौजवानों को ठेकेदारी सिस्टम से अलग-अलग विभागों में नौकरियां दे रही थी, जिसका उस समय कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया था लेकिन आज नौजवानों की दिशा सुधारने के लिए नौकरियां देने के वायदों से नौजवानों की वोटें बटोरने वाली कांग्रेस पार्टी अपनी सरकार आने पर नौजवानों के साथ और मजाक करने लगी है।इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर दिलराज सिंह व विधायक डा. हरजोतकमल सिंह ने रोजगार के लिए चुने नौजवानों को नियुक्ति पत्र दिए।