Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jun, 2017 10:11 AM
पंजाब अर्बन प्लानिंग एंड डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (पुडा) की तरफ से शहर में नई कालोनियां बनाने के नाम पर पेड़ काटे जा रहे हैं। मीडिया में यह मामला उजागर होने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने हरे वृक्षों को काटने पर रोक लगा दी थी परन्तु इसके बावजूद मॉडल टाऊन नजदीक...
पटियाला(राजेश): पंजाब अर्बन प्लानिंग एंड डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (पुडा) की तरफ से शहर में नई कालोनियां बनाने के नाम पर पेड़ काटे जा रहे हैं। मीडिया में यह मामला उजागर होने के बाद डिप्टी कमिश्नर ने हरे वृक्षों को काटने पर रोक लगा दी थी परन्तु इसके बावजूद मॉडल टाऊन नजदीक बारांकुआं और बस स्टैंड के नजदीक राजपुरा कालोनी में शनिवार को बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए। इस दौरान जे.सी.बी. के साथ पेड़ उखाड़े जा रहे थे तो बड़ी संख्या में वातावरण प्रेमी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इसका विरोध किया।
वातावरण प्रेमी संजीव वालिया ने बताया कि इस बारे में उन्होंने डिप्टी कमिश्नर के साथ भी बात की। डिप्टी कमिश्नर ने उनकी मीटिंग एस.डी.एम. पटियाला के साथ करवाई परन्तु मामले का कोई हल नहीं निकला। शनिवार को बड़ी संख्या में पेड़ काटे गए। वालिया ने बताया कि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने पंजाब के गिर रहे जल स्तर को देखते हुए पंजाब में पेड़ काटने पर रोक लगाई हुई है। सिर्फ कुछ नैशनल प्रोजैक्टों के कारण 2 महीने की छूट मिली हुई थी। यह छूट आज आज खत्म हो रही थी इसका लाभ लेते हुए शनिवार को ये पेड़ काटे गए।
उन्होंने बताया कि पुराने शहर में से निकलकर लोग मॉडल टाऊन में आते थे तो उन्हें ठंडी हवाएं मिलनी शुरू हो जाती थीं। मॉडल टाऊन के नजदीक सिंचाई विभाग की पुरानी कोठियों को गिराकर पुडा की तरफ से यहां कालोनी काटी जा रही है। करीब 25 एकड़ जमीन में सफेदे, आम व अन्य कई तरह के फलदार पौधे लगे हुए हैं। सिंचाई विभाग की कालोनी में रह रहे लोगों के अनुसार ये पेड़ 100 साल से भी अधिक पुराने थे। वृक्षों को जड़ों से उखाडऩे के लिए पुडा द्वारा जे.सी.बी. मशीनों का प्रयोग किया गया। शनिवार और रविवार को चलाई गई पुडा की मुहिम के अंतर्गत 100 से अधिक बड़े वृक्षों को उखाड़ दिया गया।
वातावरण प्रेमियों का कहना था कि आजकल नई तकनीक आ गई है। प्रशासन इन पुराने वृक्षों को उखाड़ कर कहीं और लगवा सकता था परन्तु उसकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और सरकार ने पैसा कमाने के लिए 100-100 साल पुराने पेड़ काट दिए। इन वृक्षों के कारण ही मॉडल टाऊन इलाके में वातावरण ठीक रहता था। संजीव वालिया ने कहा कि सरकार को चाहिए था कि नई तकनीकी द्वारा इन पुराने वृक्षों को जड़ों से उखाड़ कर कहीं और लगा देते। उन्होंने कहा कि 100 साल से अधिक पुराने पेड़ काटकर पुडा ने पटियाला के वातावरण का बड़ा नुक्सान किया है। इसलिए दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।