Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 07:34 AM
भीषण गर्मी में तेजी से बढ़ रही बिजली की डिमांड के साथ-साथ फाल्ट भी बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फाल्ट पडऩे का मुख्य कारण ओवरलोड ट्रांसफार्मर हैं क्योंकि ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक कनैक्शन चल रहे...
जालंधर(पुनीत): भीषण गर्मी में तेजी से बढ़ रही बिजली की डिमांड के साथ-साथ फाल्ट भी बढ़ते जा रहे हैं जिसके चलते उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फाल्ट पडऩे का मुख्य कारण ओवरलोड ट्रांसफार्मर हैं क्योंकि ट्रांसफार्मर की क्षमता से अधिक कनैक्शन चल रहे हैं, जिससे ट्रांसफार्मर अनबैलेंस हो जाता है और उसका फ्यूज उड़ जाता है। फ्यूज उडऩे के बाद गुल हुई बिजली ठीक होने में कई बार 4-5 घंटे का समय लग जाता है जिसके चलते उपभोक्ता को भीषण गर्मी में परेशानी उठानी पड़ती है। पावर निगम ने 2 साल पहले ए.पी.डी.आर.पी. (एक्सेलरेटिड पावर डिवैल्पमैंट रिफोर्म प्रोग्राम) स्कीम के तहत ओवरलोड हुए ट्रांसफार्मरों को अंडरलोड किया था, जिसके बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि ओवरलोड ट्रांसफार्मरों के कारण पडऩे वाले बिजली के फाल्ट से अब निजात मिल जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं क्योंकि अभी भी कई इलाकों के ट्रांसफार्मर ओवरलोड चल रहे हैं जिसके लिए पावर निगम के भ्रष्ट कर्मचारी जिम्मेदार हैं। बताया जाता है कि पावर निगम में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का बोलबाला है, भ्रष्ट कर्मचारियों द्वारा रिश्वत के रूप में मोटी राशि लेकर ओवरलोड ट्रांसफार्मर पर ही नया कनैक्शन जारी कर दिया जाता है।
अधिकारी बताते हैं कि आवश्यकता यह है कि ट्रांसफार्मर व कनैक्शनों का लोड पूरा होने के बाद उस ट्रांसफार्मर से नया कनैक्शन जारी न किया जाए। यदि नया कनैक्शन जारी करना है तो उक्त ट्रांसफार्मर को बदलकर बड़ा ट्रांसफार्मर रखा जाए या उक्त ट्रांसफार्मर के साथ छोटा ट्रांसफार्मर रखा जाए, जिससे ट्रांसफार्मर ओवरलोड न हो। सूत्र बताते हैं कि बड़़े स्तर पर ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी व अधिकारी हैं जो नियमों के विपरीत जाकर ओवरलोड ट्रांसफार्मर से ही नया कनैक्शन जारी कर उपभोक्ता व विभाग को नुक्सान पहुंचाते हैं। बीते रोज किशनपुरा इलाके में 200 के.वी.ए. का ट्रांसफार्मर ब्लास्ट हो गया, जिसके चलते 24 घंटे बिजली खराब रही और पावर निगम के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गुस्साए उपभोक्ताओं ने सड़क जाम कर दी, जिसके चलते पब्लिक व पुलिस को परेशानियां उठानी पड़ीं। भ्रष्ट कर्मचारियों की गलतियों का खमियाजा भुगत रहे उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए पावर निगम को आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि लोगों को गर्मी के इस मौसम में राहत मिल सके। यहां उल्लेखनीय है कि शहर में बड़ी संख्या में ऐसे ट्रांसफार्मर हैं जो ओवरलोड चल रहे हैं और उनमें बार-बार फाल्ट पड़ रहे हैं और फ्यूज उड़ रहे हैं।