Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 11:03 AM
नगर निगम की नई वार्डबंदी से वैस्ट में कांग्रेस का कुनबा बिखरने लगा है।
जालंधर : नगर निगम की नई वार्डबंदी से वैस्ट में कांग्रेस का कुनबा बिखरने लगा है। यह बिखराव आगामी निगम चुनाव में कांग्रेस के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। वार्डबंदी में किए गए आरक्षण से न सिर्फ वेस्ट के विधायक सुशील कुमार रिंकू के विरोधी कांग्रेसी बल्कि विधानसभा चुनाव में रिंकू की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले भी खफा हैं। सूत्र बताते हैं कि ये नेता कैप्टन अमरेंद्र सिंह के अाज के दौरे दौरान समक्ष रिंकू के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं।
नई वार्डबंदी में वेस्ट के कुछ सिटिंग कांग्रेसी पार्षदों के वार्डों का बंटवारा इस तरह से किया गया है कि वे या तो चुनाव नहीं लड़ सकते और अगर लड़े भी तो ऐसे वार्ड से लड़ने को मजबूर होंगे जहां उनका जनाधार न के बराबर है।
इसी तरह मेजर सिंह का वार्ड भी महिला आरक्षित कर दिया गया है। बता दें कि रिंकू के लिए मेजर सिंह ने कभी अवतार हैनरी के विरुद्ध भी मोर्चा खोल दिया था। साथ ही विधानसभा चुनावों में रिंकू की जीत में जिन पूर्व पार्षदों ने तन, मन, धन से अहम भूमिका निभाई थी उनमें मेजर सिंह और सिमरनजीत सिंह बंटी का नाम सबसे ऊपर आता है।
पूर्व पार्षद बलदेव सिंह देव भी कांग्रेस विरोधी लहर में भी पार्टी को वार्ड नंबर 42 में जीत दिलाने में कामयाब रहे थे। अब उनके वार्ड नंबर 42 को दो वार्डो 73 और 75 नंबर में बांट दिया गया है। इतना ही नहीं उक्त दोनों वार्डों को एससी महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है।