Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 10:53 AM
पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद विपक्ष की भूमिका में आए अकाली-भाजपा पार्षदों ने आज शहर के कांग्रेसी विधायकों तथा पार्षदों पर तीखे
जालंधर (खुराना): पंजाब में कांग्रेस सरकार बनने के बाद विपक्ष की भूमिका में आए अकाली-भाजपा पार्षदों ने आज शहर के कांग्रेसी विधायकों तथा पार्षदों पर तीखे शब्दबाण छोड़े और कहा कि शहर के चारों कांग्रेसी विधायक मायूस होकर कैप्टन सरकार द्वारा किया जा रहा तमाशा देख रहे हैं, उन्हें चाहिए कि वह चंडीगढ़ जाकर शहर के विकास हेतु नई योजनाएं तथा फंड इत्यादि लेकर आएं परन्तु कांग्रेस सरकार ने तो शहर में चल रहे विकास कार्यों को भी रोक दिया है।
कांग्रेसी विधायकों को इकट्ठे होकर सरकार के इस फैसले का विरोध करना चाहिए न कि चुपचाप बैठकर मायूसी के आलम में तमाशा देखना चाहिए। गौरतलब है कि इन दिनों कांग्रेस जालंधर नगर निगम के पार्षद हाऊस की बैठक को लेकर फडफ़ड़ा रही है, जबकि मेयर सुनील ज्योति जिनका कार्यकाल अभी 2 महीने पड़ा है बैठक को लेकर कांग्रेस की मजबूरियों का फायदा उठाने में लगे हैं।मेयर ने आज पार्षद हाऊस के मुद्दे पर अकाली-भाजपा पार्षदों की एक बैठक मेयर हाऊस में बुलाई जिस दौरान बलबीर बिट्टू, जत्थेदार प्रीतम सिंह, कंवलजीत सिंह बेदी, परमजीत सिंह रेरू, भगवंत प्रभाकर, जगजीत सिंह, गुरमीत चंद, जोगिन्द्र सिंह टोनी, कृपाल पाली, अर्जुन पप्पी, दर्शन भगत, नछत्तर दास, अश्विनी भंडारी, सुमन सहगल, कंचन शर्मा, हरिन्द्र ढींडसा इत्यादि उपस्थित थे।इन पार्षदों ने कांग्रेस सरकार द्वारा पी.आई.डी.बी. के तहत हो रहे सभी कामों को रोकने पर रोष व्यक्त किया और कहा कि इससे कांग्रेस का विकास विरोधी चेहरा नंगा हो गया है।
30 मार्च की बैठक दौरान कांग्रेसी विधायकों तथा पार्षद दल ने जिस प्रकार हाऊस में अपशब्द बोले, बलसलूकी की तथा अमर्यादित आचरण किया उससे बजट पास नहीं हो सका। अकाली-भाजपा पार्षदों ने कहा कि पुरानी पाइपों को बदलने हेतु 84 करोड़ वाले टैंडर को विभाजित करने की मंजूरी दिलाई जाए। स्मार्ट सिटी परियोजना पर अमल तेज किया जाए तथा अगर शहर की सीमा बढ़ानी है व 75 वार्ड करने हैं तो उस हिसाब से सफाई सेवकों, सीवरमैनों व मशीनरी इत्यादि की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि पुराने शहर के सिस्टम पर असर न पड़े। इन अकाली-भाजपा पार्षदों ने डिप्टी कमिश्नर से अपील की कि नीले कार्ड धारकों को सस्ती गेहूं अधिकारियों द्वारा बंटवाई जाए क्योंकि कांग्रेसी नेता इस काम में दखलअंदाजी करके पक्षपात कर रहे हैं। इन पार्षदों ने शहर को सुंदर बनाने वाले सिटी स्कैप प्रोजैक्ट को जारी रखने की मांग की।