Edited By Updated: 28 Mar, 2017 11:31 AM
पंजाब में कांग्रेस सरकार के गठन के उपरांत वर्ष 2017-18 के लिए बनाई नई एक्साइज पॉलिसी में ठेकेदारों के हितों को मुख्य रखते हुए किए भारी बदलाव के बावजूद भी शराब के व्यवसाय से जुड़े शराब ठेकेदार नए ठेके लेने के लिए उत्साह नहीं दिखा रहे हैं......
मोगा(पवन ग्रोवर): पंजाब में कांग्रेस सरकार के गठन के उपरांत वर्ष 2017-18 के लिए बनाई नई एक्साइज पॉलिसी में ठेकेदारों के हितों को मुख्य रखते हुए किए भारी बदलाव के बावजूद भी शराब के व्यवसाय से जुड़े शराब ठेकेदार नए ठेके लेने के लिए उत्साह नहीं दिखा रहे हैं, जिसका मुख्य कारण वर्ष 2016-17 दौरान पंजाब भर में ठेकेदारों को अरबों रुपए का घाटा होना है। एक्साइज विभाग द्वारा ठेकेदारों को शराब के ठेके लेने के लिए उत्साहित करने हेतु पॉलिसी में तबदीली की गई है। इस बार नई पॉलिसी में सुपर एल-1 ए खत्म कर दिया गया है, जिसका ठेकेदारों द्वारा काफी विरोध किया जा रहा था। ठेकेदारों द्वारा शराब का कोटा कम करने की मांग को मुख्य रखते हुए एक्साइज विभाग ने इस बार देसी शराब का कोटा 15 प्रतिशत तथा अंग्रेजी शराब का कोटा 2 प्रतिशत कम कर दिया है।
पिछले समय दौरान अंग्रेजी होलसेल एल-1 का ठेका राजनीतिक दबाव के चलते दिया जाता था, जबकि इस वर्ष सरकार ने यह फैसला किया है कि जो ठेकेदार जिले के ठेके लेगा, एल-1 का ठेका भी उसी ठेकेदार को दिया जाएगा। इसके अलावा विभाग ने शराब के रेट में 2 से 3 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी भी की है। जानकारी के अनुसार 2016-17 में ठेकों की संख्या 236 थी, जबकि इस बार यह संख्या 217 रह गई है। मोगा जिले के ठेकों की नीलामी से विभाग द्वारा इस बार 108 करोड़ रुपए की आमदन होने का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष 2016-17 दौरान इन ठेकों की नीलामी 116.5 करोड़ रुपए में हुई थी, जबकि इस बार ठेकों की संख्या 8 प्रतिशत कम करने के चलते 108 करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा गया है।
2016-17 में 31 जोनों की अपेक्षा इस वर्ष बनाए 3 जोन
एक्साइज विभाग द्वारा मोगा जिले के ठेकों को गत वर्ष 2016-17 में 31 जोनों में बांटा गया था, जबकि इस बार विभाग द्वारा सिर्फ 3 जोन बनाए गए हैं। इनमें जोन-1 के तहत धर्मकोट तथा अजीतवाल सर्किलों के ठेके, मोगा जोन-1 में मोगा शहर के 10, डगरू, बाघापुराना, समालसर, मौड़, माहला कलां, दौलतपुरा सर्किलों के ठेके तथा मोगा जोन-2 में मोगा शहर के 10 के अलावा सर्किल निहाल सिंह वाला, बधनी कलां, रनियां, बिलासपुर तथा समाध भाई सर्किलों को शामिल किया गया है।
लॉटरी सिस्टम द्वारा होगी नीलामी
मोगा जिले में शराब के ठेकों की नीलामी हेतु इस बार फिर से लॉटरी सिस्टम अपनाया गया है। एक्साइज विभाग द्वारा बनाए 3 जोनों के लिए लॉटरी डालने की कीमत जोन के अनुसार निर्धारित की गई है, जिसके तहत जोन-1 के लिए 1 लाख रुपए, जोन धर्मकोट के लिए 75 हजार, जबकि जोन-2 के लिए 1 लाख रुपए लॉटरी फीस निर्धारित की गई है। चाहे विभाग द्वारा लॉटरी डालने का कार्य 24 मार्च से शुरू किया गया था, लेकिन अभी तक ठेकेदारों ने लॉटरी डालने में अधिक उत्सुकता नहीं दिखाई है। सूत्रों के अनुसार अगर जिले में बनाए 3 जोनों के ठेकों की नीलामी लॉटरी सिस्टम द्वारा नहीं होती है तो विभाग द्वारा निर्धारित रेट से 5 प्रतिशत कम कर टैंडर डालने का प्रस्ताव भी रखा गया है। इसके अलावा विभाग नीलामी न होने की सूरत में पूरे जिले को एक ग्रुप में भी तबदील कर सकता है।
पिछले वर्ष के मुकाबले शराब का कोटा हुआ कम
वर्ष 2016-17 के मुकाबले इस बार शराब के कोटे में कटौती की गई है। पिछले वर्ष जिले में देसी शराब का ठेका 37 लाख प्रूफ लीटर, अंग्रेजी 7 लाख प्रूफ लीटर तथा बीयर 9 लाख प्रूफ लीटर था, जबकि इस वर्ष देसी शराब का कोटा 31 लाख प्रूफ लीटर, अंग्रेजी 6 लाख प्रूफ लीटर तथा बीयर 9 लाख प्रूफ लीटर निर्धारित किया गया है।