Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Aug, 2017 08:45 AM
पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने संकेत दिए हैं कि एम.एल.ए. होस्टल चंडीगढ़ में गैंगस्टरों को पनाह देने का मामला काफी गंभीर है
जालंधर(धवन): पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने संकेत दिए हैं कि एम.एल.ए. होस्टल चंडीगढ़ में गैंगस्टरों को पनाह देने का मामला काफी गंभीर है तथा कैप्टन अमरेन्द्र स्ंिाह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार इसकी जांच करवाएगी ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।
जाखड़ गुरदासपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 2 गैंगस्टरों दलजीत सिंह तथा सुरजीत सिंह द्वारा पुलिस के सामने किए गए रहस्योद्घाटनों पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें इन दोनों ने कहा था कि विक्की गौंडर तथा उनके अन्य साथी चंडीगढ़ में एम.एल.ए. होस्टल में शरण लेते रहे हैं। गुरदासपुर पुलिस विक्की गौंडर के साथ रहते एक दर्जन गैंगस्टरों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है जबकि विक्की गौंडर अभी भी फरार है।
जाखड़ ने कहा कि मामला काफी गंभीर व संवेदनशील है क्योंकि एम.एल.ए. होस्टल में कमरों की बुकिंग का कार्य पंजाब विधानसभा की सिफारिश पर किया जाता है। पूर्व अकाली सरकार के कार्यकाल में एम.एल.ए. होस्टल में किस तरह से गैंगस्टर शरण लेते रहे, यह बात अब सार्वजनिक हो गई है क्योंकि गुरदासपुर पुलिस ने विक्की गौंडर के 2 और साथियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वह मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र स्ंिाह से बातचीत करेंगे तथा उनसे एम.एल.ए. होस्टल में गैंगस्टरों को उपलब्ध करवाए गए कमरों को लेकर गहराई से जांच करवाने की मांग करेंगे।
जाखड़ ने कहा कि अकाली अब तो कांग्रेस सरकार पर झूठे केस दर्ज करने के आरोप लगा रहे हैं जबकि पूर्व अकाली सरकार के समय किस तरह से गैंगस्टर सिर उठाते रहे, यह बात अब छुपी नहीं रह गई है। कै. अमरेन्द्र सिंह की सरकार बनने के बाद तो अनेक गैंगस्टरों को गिरफ्तार करके जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया है जबकि पूर्व अकाली सरकार के समय डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने ही गैंगस्टर के 56 से ज्यादा गिरोह राज्य में होने का दावा किया था परन्तु कांग्रेस सरकार बनने के बाद अब इनकी गिनती कम होकर मात्र 20-22 रह गई है तथा उन्हें भी जल्दी ही राज्य पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जाखड़ ने कहा कि अब राज्य में किसी भी अपराधी को सिर नहीं उठाने दिया जाएगा तथा अपराधियों का साथ देने वाले सियासी लोगों को भी छोड़ा नहीं जाएगा।