Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jul, 2017 05:08 PM
6 राज्यों में अगले 6 महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस की नजरें इन राज्यों में 145 आरक्षित सीटों पर लगी हुई हैं।
जालन्धर (धवन): 6 राज्यों में अगले 6 महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए कांग्रेस की नजरें इन राज्यों में 145 आरक्षित सीटों पर लगी हुई हैं। पार्टी ने सभी जाति वर्गों से संबंध रखते 1000 निष्ठावान नेताओं का चयन करने की प्रक्रिया शुरू की है। यह नेता जमीनी स्तर से जुड़े होंगे तथा बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने के लिए अभी से कार्य शुरू करेंगे। आरक्षित सीटों में कांग्रेस नेताओं के अंदर भरोसा पैदा करेगी। कांग्रेस ने अपना विस्तार करते हुए निर्णय लिया है कि वह सभी जातियों के लोगों को कांग्रेस से जोडऩे के लिए कार्य करेगी। इसीलिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से संबंध रखते सभी जातियों से जुड़े 1000 लोगों का चयन किया जा रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी आगामी दिनों में इन विधानसभा क्षेत्र में अपना फोक्स बढ़ाएंगे।
कांग्रेस की कोशिश है कि वह सभी जातियों के लोगों के अंदर अपना भरोसा पैदा करें ताकि आने वाले विधानसभा चुनावों तथा उसके बाद लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रति लोगों का भरोसा और बढ़ाया जा सके। इसी उद्देश्य से पार्टी ने जमीनी स्तर पर अपना कार्य शुरू किया है। राहुल गांधी के नजदीकी माने जाने वाले के. राजू जोकि अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख भी हैं, ने कहा कि हाल ही के चुनावों में हमने यह सबक लिया है कि पार्टी को अनुसूचित जाति से संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में अपनी मजबूती दिखाने का मौका नहीं मिला। केवल पंजाब विधानसभा चुनाव में दलित विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को भारी सफलता मिली। पार्टी यह भी चाहती है कि वह न केवल दलितों बल्कि जनरल श्रेणी से संबंधित विधानसभा क्षेत्रों े में भी अपनी उपस्थिति व प्रभाव जनता पर छोड़ें।
लोकसभा के 2019 में होने वाले आम चुनावों के लिए भी पार्टी ने अपनी कोशिशें अभी से शुरू करने का निर्णय लिया है इसलिए जनरल कैटेगरी व मध्यम वर्ग में पार्टी अपना आधार बढ़ाना चाहती है इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस जी.एस.टी. को एक अहम मुद्दा मान रही है जिसकी मार्फत वह व्यापारियों व मध्यम वर्ग को अपने साथ जोड़ सकती है।