Edited By Updated: 30 Mar, 2017 09:41 AM
पंजाब विधानसभा के पहले सैशन के आखिरी दिन कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मजीठा हलके से अकाली दल के विधायक बिक्रम मजीठिया के बीच तीखी बहस हुई।
चंडीगढ़ (भुल्लर): पंजाब विधानसभा सत्र के आखरी दिन स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू और अकाली दल के विधायक एवं पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। अकाली दल के विधायक एन.के. शर्मा ने जब किसानों की जमीन कुर्की और आत्महत्या का मामला उठाया तो उनके पक्ष में बिक्रम मजीठिया भी कूद गए, जिस पर सिद्धू भड़क गए और उन्होंने मजीठिया को बनारसी ठग तक कह डाला।
मजीठिया ने जब किसानों के मुद्दे पर नई सरकार की घोषणा को लेकर बोलने का प्रयास किया तो सिद्धू भी खड़े हो गए तथा उन्होंने नशों के मामले को लेकर मजीठिया पर सीधा प्रहार करते हुए तीखी शब्दावली का इस्तेमाल किया परंतु बाद में स्पीकर ने अधिकतर आपत्तिजनक शब्दों को कार्रवाई से निकलवा दिया।
मजीठिया ने भी सिद्धू पर पलटवार करने का प्रयास किया परंतु उनकी आवाज सिद्धू के आगे दब गई। किसानों की खुदकुशियों के मामले पर सिद्धू ने कहा कि इससे पहले तो आपकी ही सरकार थी, तब आप कहां सोए थे। उन्होंने कहा कि ‘तेरे पल्ले ईमानदारी ही नहीं, तू केहड़े मुंह नाल गल्ल कर सकदा है’।
सिद्धू ने यह भी कहा कि चीकां ना मार, कम्मां नूं देख के ही लोकां ने तुहानूं बदलिया है। शायद एह पहले नहीं होया कि तुस्सीं 15 तों थल्ले जा रहे हो। ढींडसा की ओर से भी इस दौरान जब यह बताने का प्रयास किया गया कि हमारे समय में कोई गलत कार्य नहीं हुआ तो उन पर भी सिद्धू खफा हो गए और उन्हें भी आंखें दिखाते हुए निशाना बनाया।
उन्होंने कहा कि इधर-उधर की बात न कर, यह बता काफिला कैसे लुटा। उन्होंने स्पीकर व साथी सदस्यों के रोकने के बावजूद अपने प्रहार जारी रखे और अकाली सदस्यों को कहा कि उलटा चोर कोतवाल को डांटे, चोरी भी और सीनाजोरी भी।