Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 12:48 PM
बिजली कर्मचारियों की प्रमुख जत्थेबंदियों पर आधारित पी. एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वाइंट फोरम ने मीटिंग करके बङ्क्षठडा थर्मल प्लांट को तत्काल बंद करने और अन्य सरकारी थर्मलों को बंद करने की पेशकश का विरोध करते हुए तीखे संघर्ष का ऐलान कर दिया है।
पटियाला (जोसन): बिजली कर्मचारियों की प्रमुख जत्थेबंदियों पर आधारित पी. एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वाइंट फोरम ने मीटिंग करके बङ्क्षठडा थर्मल प्लांट को तत्काल बंद करने और अन्य सरकारी थर्मलों को बंद करने की पेशकश का विरोध करते हुए तीखे संघर्ष का ऐलान कर दिया है।
फैसला वापस लिया जाए
ज्वाइंट फोरम ने पंजाब सरकार और मैनेजमैंट को चेतावनी दी कि अगर बङ्क्षठडा थर्मल और वर्कशापों को बंद करने का फैसला वापस न लिया गया तो बिजली कर्मचारी 9 अक्तूबर को रोपड़ थर्मल तथा 11 अक्तूबर को बठिंडा थर्मल के दफ्तर आगे विशाल प्रांतीय धरना-प्रदर्शन करेंगे।
800 से अधिक कच्चे कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे
जगतार सिंह उप्पल, करमचंद भारद्वाज, बी.एस. सेखों, हरभजन सिंह, फलजीत सिंह, हरमेश धीमान, बृज लाल, सुखदेव सिंह रोपड़, गुरसेवक सिंह संधू, कमलजीत सिंह, रणधीर सिंह, अमरीक सिंह, कृष्ण देव, विजय कुमार, अवतार सिंह कैंथ और मङ्क्षहद्र्र नाथ ने बिजली निगम के थर्मलों को बंद करने के फैसले को कर्मचारी और विभागों के हितों विरुद्ध बताते हुए कहा कि इससे 800 से अधिक कच्चे कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे और 1100 से अधिक पक्केकर्मचारी घर से बेघर होंगे।
प्लांट की मियाद साल 2031 तक बढ़ाई गई थी
कर्मचंद भारद्वाज ने बताया कि पंजाब विधानसभा चुनाव के समय पंजाब कांग्रेस ने वायदा किया था कि सरकार बनने पर पावरकॉम के पावर प्लांट्स की पूरी क्षमता का प्रयोग किया जाएगा। बिजली खरीद समझौतों पर दोबारा विचार किया जाएगा। बठिंडा, रोपड़ और लहरा मोहब्बत के थर्मल प्लांटों को सस्ते कोयले की सप्लाई यकीनी बनाई जाएगी। नेताओं ने बताया कि केंद्रीय बिजली अथॉरिटी की मंजूरी और दिशा-निर्देशों के साथ बठिंडा थर्मल प्लांट की स्टेज-1 और स्टेज-2 की 2004, 2007 और 2010-2014 में 715 करोड़ रुपए की लागत से नवीनीकरण द्वारा प्लांट की मियाद वर्ष 2031 तक बढ़ाई गई थी।