Edited By Updated: 20 Feb, 2017 01:27 PM
आज गांव कौहरियां में भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) द्वारा साधु सिंह तख्तूपुरा की बरसी की तैयारियों संबंधी एक मीटिंग की जा रही थी जिसमें पहले से जमीन बचाओ संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के प्रांतीय प्रधान जोगिन्द्र सिंह...
कौहरियां(शर्मा): आज गांव कौहरियां में भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) द्वारा साधु सिंह तख्तूपुरा की बरसी की तैयारियों संबंधी एक मीटिंग की जा रही थी जिसमें पहले से जमीन बचाओ संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) के प्रांतीय प्रधान जोगिन्द्र सिंह उगराहां व जलूर कांड को सियासी रंगत देकर बढ़ाने के आरोप लगाकर उगराहां के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।मामला इतना ज्यादा बढ़ गया कि दोनों पार्टियां आमने-सामने हो गईं और जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने स्टेज से यहां तक कह दिया कि हम मजदूरों के साथ हैं, मजदूरों के साथ रहेंगे आप से जो हमारा बिगड़ता है बिगाड़ लो। मौके पर पहुंचे कार्यकारी चौकी इंचार्ज प्रेम सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते जोगिन्द्र सिंह उगराहां को वहां से भेजना ही बेहतर समझा।
जमीन बचाओ संघर्ष कमेटी के मैंबर मंगू सिंह, हरजीत सिंह, गुरविंद्र सिंह ने आरोप लगाए कि किसान यूनियन के प्रधान जोगिन्द्र सिंह उगराहां ने कथित किसान यूनियन के सदस्यों को साथ लेकर धरने लगाकर प्रशासन पर दबाव बनाते हुए गांव जलूर के 118 व्यक्तियों पर कत्ल के झूठे मुकद्दमे दर्ज करवाए जिस कारण गांव में किसानों और मजदूरों में बहुत बड़ा विभाजन हो गया। उन्होंने कहा कि यदि जोगिन्द्र सिंह उगराहां चाहता तो दोनों पार्टियों के बीच पड़कर मामले को ठंडा भी कर सकता था परंतु उसने अपनी रोटियां सेंकने के लिए इस आग को ठंडा नहीं होने दिया। इस संबंधी जब जोगिंद्र सिंह उगराहां से बात की तो उन्होंने अपने पर लगे आरोपों को झूठा व बेबुनियाद बताया।