Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 01:55 PM
कर्ज के कारण किसानों-मजदूरों द्वारा की जा रही खुदकुशियों के कारणों की जांच करने हेतु गठित सदन की कमेटी अपनी रिपोर्ट नवम्बर के आखिरी सप्ताह में विधानसभा में पेश करेगी। उक्त रिपोर्ट में किसानों-मजदूरों की खुदकुशियों के कारणों तथा इन्हें रोकने के लिए...
भटिंडा(परमिंद्र): कर्ज के कारण किसानों-मजदूरों द्वारा की जा रही खुदकुशियों के कारणों की जांच करने हेतु गठित सदन की कमेटी अपनी रिपोर्ट नवम्बर के आखिरी सप्ताह में विधानसभा में पेश करेगी। उक्त रिपोर्ट में किसानों-मजदूरों की खुदकुशियों के कारणों तथा इन्हें रोकने के लिए सुझाव भी दिए जाएंगे।
शनिवार को सदन की उक्त कमेटी ने जिले के 10 गांवों का दौरा किया व इस दौरान कमेटी सदस्यों ने खुदकुशी कर चुके किसानों-मजदूरों के परिवारों से मिलकर उनके साथ विस्तृत बातचीत की। उक्त कमेटी में सभापति सुखङ्क्षबद्र सिंह सरकारिया, सदस्य नत्थू राम, नाजर सिंह मानशाहिया व हरिंद्रपाल सिंह चंदूमाजरा शामिल थे।
उक्त टीम ने विधानसभा हलका तलवंडी साबो के गांव मल्लवाला व भगवानगढ़, भटिंडा देहाती के गांव बहिमण दीवाना व बल्लूआणा, भुच्चो के गांव दान सिंह वाला व गंगा अबलू, रामपुरा फूल के गांव महिराज की पत्ती कर्मचंद तथा पत्ती काला के अलावा हलका मौड़ के गांव गिल्ल कलां व मंडी कलां में खुदकुशी पीड़ित परिवारों के साथ बातचीत की।
इस अवसर पर सभापति सुखङ्क्षबद्र सिंह सरकारिया ने बताया कि उक्त कमेटी राज्य के हर जिले का दौरा करेगी व अपनी रिपोर्ट नवम्बर के आखिर तक विधानसभा में पेश करेगी। उन्होंने बताया कि उक्त कमेटी किसानों-मजदूरों की आॢथक हालत के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी जिसमें उनकी हालत व उसके कारणों को भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन को हिदायत दी गई है कि वर्ष 2007 के बाद हुई किसान मजदूर खुदकुशियों में सभी पीड़ित परिवारों से प्रोफार्मा भरवाए जाएं और 20 दिनों के अंदर कमेटी को भेजे जाएं।