Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Feb, 2018 08:13 AM
काफी समय से बीमार चल रहे पिता हरपाल सिंह बेदी का चैकअप करवाने गए बेटे कमलप्रीत सिंह (27) को जब पता चला कि उन्हें कैंसर है तो वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। मां-बाप ने हालत ज्यादा बिगड़ती देख शनिवार को कोचर मार्कीट के नजदीक माइंड प्लस अस्पताल में...
लुधियाना(ऋषि) : काफी समय से बीमार चल रहे पिता हरपाल सिंह बेदी का चैकअप करवाने गए बेटे कमलप्रीत सिंह (27) को जब पता चला कि उन्हें कैंसर है तो वह मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा। मां-बाप ने हालत ज्यादा बिगड़ती देख शनिवार को कोचर मार्कीट के नजदीक माइंड प्लस अस्पताल में दाखिल करवा दिया जहां बुधवार रात को बी.टैक के स्टूडैंट ने पंखे से फंदा लगा आत्म हत्या कर ली। इस मामले में थाना डिवीजन नं.5 की पुलिस ने सैक्टर 32-ए के रहने वाले मृतक के पिता के बयान पर अस्पताल के डाक्टर और स्टाफ के खिलाफ धारा 304-ए का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी इंस्पैक्टर जङ्क्षतदर कुमार ने बताया कि पुलिस को दिए बयान में पिता ने बताया कि कमलप्रीत उनका इकलौता बेटा था जबकि उसकी एक छोटी बहन है। कमलप्रीत ने बी.टैक की हुई थी और सरकारी बैंक में नौकरी का पेपर देने की तैयारी कर रहा था। लगभग 1 महीने पहले चैकअप करवाने पर पता चला कि उसे कैंसर है, जिसके बाद बेटे के कहने पर वह मुंबई दवाई लेने गया जहां डाक्टरों ने जल्द ठीक होने की बात कही। लेकिन इस बात की बेटा टैंशन ले गया और मानसिक तौर पर परेशान रहने लगा।गत 27 फरवरी को बेटे को उक्त अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया जहां डाक्टरों ने रात न रुकने की बात कही जिस कारण सुबह शाम वह अपने बेटे को मिलने जाते थे।
डाक्टरों का कहना था कि उनके बच्चे की देख-रेख व सुरक्षा की जिम्मेदारी उन्हीं की है, लेकिन उन्होंने लापरवाही बरती है। बुधवार सुबह और शाम को भी वे अपने बच्चे को मिलकर आए थे और डाक्टरों ने 25 प्रतिशत तक ठीक कर दिए जाने का आश्वासन दिया था। बुधवार रात 8.15 बजे नर्स ने उसे दवाई थी जिसके बाद कैंटीन से उसका खाना आया। रात 8.45 बजे कैंटीन वाले आकर खाली बर्तन ले गए। उस समय तक वह बिल्कुल ठीक था। रात लगभग 9.15 बजे जब डाक्टर राऊं ड पर आया तो कमलप्रीत का शव पंखे से झूल रहा था। जिसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी गई।