Edited By Updated: 19 Jan, 2017 08:59 AM
पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान मंगलवार को अपने-अपने नामांकन-पत्र दायर करने आए अलग-अलग राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों द्वारा
जालंधर(अमित): पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के दौरान मंगलवार को अपने-अपने नामांकन-पत्र दायर करने आए अलग-अलग राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों द्वारा किए गए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर जिला प्रशासन ने बुधवार को काफी सख्त रुख अख्तियार किया। जिला चुनाव अफसर कमल किशोर यादव द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ सुबह 9.30 बजे की गई विशेष मीटिंग के दौरान दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सुबह 10 बजे ही पूरे डी.ए.सी. को किसी किले की तरह तबदील कर दिया गया। डी.ए.सी. के चारों तरफ बड़ी गिनती में पुलिस कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ खड़े नजर आए। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी लगभग पूरा दिन ही चाक-चौबंद देखने को मिले। सुबह सबसे पहले ए.आर.ओ. कम तहसीलदार जालंधर-1 करणदीप सिंह भुल्लर और ए.सी.पी. सैंट्रल मनप्रीत सिंह ढिल्लों ने पूरे डी.ए.सी. का दौरा किया और अलग-अलग जगहों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए।
कैसे की गई सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के उद्देश्य से दोनों अधिकारियों ने इस बात को सुनिश्चित किया कि डी.ए.सी. के चारों गेटों पर एक-एक वीडियो सर्विलांस टीम तैनात हो ताकि किसी प्रकार के उल्लंघन को फौरन रिकार्ड किया जा सके। इतना ही नहीं जिला चुनाव अफसर के आदेशानुसार जिला प्रशासकीय काम्प्लैक्स (डी.ए.सी.) में पंजाब विधानसभा चुनाव 2017 के लिए अपने-अपने नामांकन-पत्र भरने वाले उम्मीदवारों और आम लोगों के दाखिले संबंधी निर्देशों का यथावत पालन किया गया और डी.ए.सी. में जालंधर कैंट हल्के के रिटर्निंग अफसर रविंद्रपाल सिंह, जालंधर सैंट्रल हल्के के रिटर्निंग अफसर राजीव वर्मा और करतारपुर हल्के के रिटर्निंग अफसर वरिंद्रपाल सिंह बाजवा के पास नामांकन-पत्र दायर करने वाले उम्मीदवारों को केवल डी.ए.सी. के गेट नं. 4 से दाखिल होने दिया गया जबकि आम कामकाज के लिए आने वाले लोग गेट नं. 2 से दाखिला प्रदान किया गया। इतना ही नहीं गेट नं. 4 और एस.डी.एम. जालंधर-1 के बाहर लगाया गया कैंची गेट पूरा समय बंद रखा गया और केवल उम्मीदवार व अन्य 4 लोगों को ही अंदर जाने की इजाजत प्रदान की गई। प्रशासन की तरफ से इस संबंधी सारे गेटों पर विशेष नोटिस भी चिपकाए गए ताकि उम्मीदवारों व उनके समर्थकों को इसकी सही जानकारी मिल सके।