Edited By Updated: 15 Jan, 2017 04:54 PM
इस रियासती नगरी में आचार संहिता लागू होने के 9 दिनों बाद आज भी मालेरकोटला रोड चुंगी चौक में बहुत बड़ा राजनीतिक होॄडग लगा हुआ है जो चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा है।
नाभा (जैन) : इस रियासती नगरी में आचार संहिता लागू होने के 9 दिनों बाद आज भी मालेरकोटला रोड चुंगी चौक में बहुत बड़ा राजनीतिक होॄडग लगा हुआ है जो चुनाव आयोग के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा है।
ऐसे ही गौशाला रोड पर एक स्कूल और धार्मिक स्थानों की दीवारों पर पक्के रंगों के साथ लिखा राजनीतिक विज्ञापन चर्चा का विषय बना हुआ है। कमीशन की सख्त हिदायतें हैं कि धार्मिक स्थानों, स्कूलों, कालेजों, बसों, पुलों और सार्वजनिक स्थानों पर न ही राजनीतिक पोस्टर चिपकाए जाएं व न ही बोर्ड लगाए जाएं। डिप्टी कमिश्रर ने भी सख्त निर्देश दे रखे हैं परंतु इस रियासती शहर में अभी भी पोस्टर नजर आ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि दीवारों को साफ करने के लिए कूची फेरी जा रही है परंतु शहर के अंदरूनी क्षेत्रों में पिछले 9 दिनों के दौरान किसी भी स्थान पर दीवारों को साफ नहीं किया गया।
सर्कुलर रोड पर दीवारों पर लिखे गए राजनीतिक बोर्डों पर हल्के सफेद रंग की कूची फेरी गई है, जिस कारण राजनीतिक इबारतें साफ पढ़ी जा सकती हैं। लाखों रुपए खर्च करके दीवारों पर जो भी लिखा हुआ है और चुनावी दफ्तरों में हो रहा रोजाना लाखों रुपए का खर्च अब चुनाव आयोग के आब्जर्वरों की आंखों में रोड़ा बन रहा है। आम लोगों की मांग है कि राजनीतिक बोर्ड/फ्लैक्स/पोस्टर न हटाने वाले जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ भी चुनाव आयोग की तरफ से तुरंत सख्त कार्रवाई होनी चाहिए वर्ना मजाक ऐसे ही उड़ता रहेगा।