Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Oct, 2017 09:14 AM
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर के बारे में की गई टिप्पणी का सख्त नोटिस लिया है
चंडीगढ़ (पराशर): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने आज मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह द्वारा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष किरपाल सिंह बडूंगर के बारे में की गई टिप्पणी का सख्त नोटिस लिया है और मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब और एस.जी.पी.सी. को कांग्रेस के जांच कमीशन के समक्ष पेश होने के लिए कहकर सिख संस्थाओं का मान-सम्मान घटाने की कोशिश की है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिख मामलों से अपना हाथ पीछे रखे। बादल ने कहा कि सिखों को जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार के दोस्तों से जानने की आवश्यकता नहीं कि उनका असली दुश्मन कौन है और अकाली-भाजपा सरकार के दौरान इसे बदनाम करने के लिए की गई बेअदबियों के पीछे कौन हो सकता है। अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि रणजीत सिंह कमीशन हमारे विरोधियों के द्वारा अकाली-भाजपा सरकार को बदनाम करके सिखों को उससे दूर करने और बेअदबी की घटनाओं में कांग्रेस का हाथ होने के सबूतों को मिटाने के लिए बनाया गया है।
सुखबीर ने कहा कि पंजाब में सभी इस कमीशन की असलियत के बारे में जानते हैं। इस कमीशन में आजादी और निष्पक्षता की कमी का सबूत इस बात से मिलता है कि कै. अमरेंद्र सिंह को इसका प्रवक्ता बनने की आवश्यकता पड़ती है। इस कांग्रेसी संस्था से सहयोग करने से इन्कार किए जाने पर कैप्टन द्वारा एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष किरपाल सिंह बडंूगर की आलोचना करने वाला बयान इस बात का जीता-जागता सबूत है कि इस कमीशन को स्थापित करने का असली उद्देश्य क्या है। यह कमीशन असल में बेअदबियों के पीछे कांग्रेस की भूमिका पर पर्दा डालने के लिए बनाया गया है।